नेपाल में 95वें दिन भी सरकार विरोधी आंदोलन जारी
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पटना | नेपाल में मधेसी आंदोलन के 95वें दिन भी सरकार विरोधी आंदोलन जारी रहा। नाकेबंदी के अलावा तोडफ़ोड़ और आगजनी भी हुई। रौतहट जिला के गौर में क्रांति चौक पर सभासद व नेपाल राष्ट्रीय जनता दल के केंद्रीय अध्यक्ष हरिचरण साह के घर में तोडफ़ोड़ के बाद उनके मुंह में कालिख पोत दी गई। उनके लग्जरी वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। पूर्व प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल के आवास में हमला कर पथराव व तोडफ़ोड़ की गई। रौतहट डीएम नरहरि बराल और एसपी प्रद्युम्न कार्की ने पूर्व प्रधानमंत्री के घर में तोडफ़ोड़ से इन्कार किया है। आंदोलनकारियों ने वीरगंज में देर रात एक ट्रक पर तीन पेट्रोल बमों से हमला कर दिया। इससे 20 लाख की दवा जल गई। बिहार से सटे बारा, पर्सा, रौतहट में हजारों लीटर डीजल व पेट्रोल को नष्ट कर दिया गया। तस्करों से झड़प के बाद विराटनगर की सीमेंट फैक्ट्री में खड़े आठ ट्रकों और दस बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया गया । नेपाल इन्वेस्टमेंट बैंक में भी तोडफ़ोड़ की । आंदोलनकारियों ने तस्करों की दर्जनभर बाइक क्षतिग्रस्त कर दी। सर्लाही जिला के लरकबा बॉर्डर के पास तस्करों से गैस सिलेंडर व किराना सामग्री छीनकर जला दी गई। मलंगवा के ङ्क्षसचाई विभाग कार्यालय में आग लगा दी गई। आंदोलन के दौरान सभी प्रतिष्ठान बंद रहे। रक्सौल-वीरगंज के बीच मैत्री पुल पर धरना दिया गया। वीरगंज में जुलूस निकाल कर नारेबाजी की गई। बॉर्डर पर नाकेबंदी के समर्थन जुलूस निकला। राजधानी काठमांडू में तख्ती लगा कर प्रदर्शन किया गया। मटिहानी-मधवापुर बॉर्डर पर नाकेबंदी आंदोलन जारी रहा। जनकपुर में आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया गया। सोनबरसा, भिमोड़ और बैरगनिया बॉर्डर के पास धरना जारी रहा। इस बीच संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा ने पठन-पाठन सुचारू करने व बीमार-लाचार लोगों को दवा उपलब्ध कराने के लिए छूट देने का निर्णय लिया है।