देवउठनी ग्यारस पर शिक्षक देवताओं से मांगेंगे आशीर्वाद
पदोन्नति और तीसरे समयमान वेतनमान से वंचित शिक्षकों की महापंचायत आज
ग्वालियर। 30 से 35 वर्ष की सेवाएं पूर्ण हो जाने के बावजूद पदोन्नति का लाभ न मिल पाने और 30 वर्ष की सेवा के उपरांत तीसरा समयमान वेतनमान न मिल पाने के कारण सहायक शिक्षक शिक्षकों में रोष व्याप्त है।
इसे लेकर इन शिक्षकों ने अब आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है। शासन का अपनी मांगों की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए 22 नवम्बर रविवार को मप्र सहायक शिक्षकों,शिक्षक संयुक्त संघर्ष मोर्चा संघ द्वारा शहर में महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है । जिसमें प्रदेश के संभाग तथा जिलों से आए प्रतिनिधियों के अलावा ग्वालियर संभाग के शिक्षक,शिक्षिकाएं भाग लेंगे।
मध्यप्रदेश सहायक शिक्षक पदोन्नति संघर्ष मोर्चा के प्रान्त संयोजक सुभाष शर्मा तथा सह संयोजक दिनेश चाकणकर ने बताया कि पूर्व में मोर्चा द्वारा उज्जैन में आयोजित शिक्षक महापंचायत में प्रदेश के शिक्षा मंत्री पारस जैन ने शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण के लिए एक समिति के गठन का निर्णय लिया था। इस पर समिति की बैठक 2 नवम्बर को लोक शिक्षक संचालनालय भोपाल में आयोजित की गई।
जिसमें मोर्चे द्वारा की गई मांगों के अनुरूप सहायक शिक्षकों की पदोन्नति की मांग पर सहमति जताई गई, परन्तु मोर्चे की स्पष्ट मांग है कि समस्त स्नातक सहायक शिक्षकों को पदनाम शिक्षक किया जाए। सत्रांत और सहायक शिक्षक की पदोन्नति होने के उपरांत ही राज्य शिक्षा सेवा के अंतर्गत जनशिक्षक और बीएसी के पद पर प्रतिनियुक्ति की जाए।
उन्होंने बताया कि मप्र सहायक शिक्षकों,शिक्षक संयुक्त संघर्ष मोर्चा संघ 1972 के समय का शिक्षा विभाग का सबसे बड़ा समूह था। शासन द्वारा सहायक शिक्षक, शिक्षकों की सीधी भर्ती बंद हो जाने के कारण इनकी संख्या अब काफी कम रह गई है। पिछले कुछ वर्षों से वेतन भत्तों में कुछ सुधार होने से आंशिक राहत मिली है, पर पूरी नहीं। इस कारण अब प्रदेश के सहायक शिक्षक व शिक्षकों ने लामबंद होकर आंदोलन करने का निर्णय लिया है ।
25 से 30 वर्ष की सेवाएं पूर्ण हो जाने के बावजूद सहायक शिक्षकों को पदोन्नति का लाभ न मिलने, सेवा में कनिष्ठ सहायक अध्यापकों को पदोन्नत कर वरिष्ठ बनाये जाने तथा 30 वर्ष की सेवा के उपरांत तीसरे समयमान वेतनमान न मिलने से प्रदेश के सहायक शिक्षकों में असंतोष व्याप्त है । मोर्चे के मुरारीलाल शर्मा नंदकिशोर गोस्वामी, दिलीप श्रीवास्तव, धर्मजीत यादव, लखन भार्गव, सुरेन्द्र शर्मा, बृजेश मिश्रा आदि ने सहायक शिक्षकों शिक्षकों के भारी संख्या में भाग लेने की अपील की है।