दक्षिण अफ्रीका से सीरीज हारने के बाद प्रतिष्ठा बचाने के लिए उतरेगी टीम इंडिया
कोलकाता | भारतीय टीम सही संयोजन तलाशकर कल तीसरे और आखिरी टी20 क्रिकेट मैच में दक्षिण अफ्रीका को सूपड़ा साफ करने के रोकने के इरादे से उतरेगी ताकि वनडे सीरीज से पहले खोया मनोबल हासिल करके प्रतिष्ठा बचा सके।
कटक में दूसरे मैच में छह विकेट से जीत दर्ज करके दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज में 2-0 की विजयी बढत बना ली। उस मैच में मेजबान टीम 92 रन पर आउट हो गई जो उसका दूसरा न्यूनतम स्कोर है। यही नहीं दर्शकों की बदसलूकी के कारण मैच दो बार बाधित भी हुआ। बांग्लादेश में जून में भी भारत को इस तरह के नतीजे का सामना करना पड़ा था जब आखिरी दो वनडे हारने के बाद वह पहली बार मेजबान से सीरीज में 1-2 से हार गया था।
ईडन मैच भले ही औपचारिकता का हो लेकिन भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिये यह काफी महत्वपूर्ण है। वह पांच मैचों की वनडे सीरीज से पहले जीत की राह पर लौटना चाहेंगे। इसके लिये हालांकि धोनी को अपने पसंदीदा अंबाती रायुडू और अक्षर पटेल की जगह अजिंक्य रहाणे और अमित मिश्रा को चुनना होगा। रहाणे की जगह रायुडू को चुनने के धोनी के फैसले की काफी आलोचना हुई है। ऐसी संभावना है कि कल रहाणे को उतारा जा सकता है।
ईडन की पिच स्पिनरों की मददगार रहती है और भारत इसका फायदा उठा सकता है। ऐसे में मिश्रा का चयन अच्छा फैसला होगा लेकिन देखना यह है कि धोनी उन्हें पटेल और हरभजन सिंह पर तरजीह देते हैं या नहीं। भारत के लिये सबसे सकारात्मक बात आर अश्विन का फॉर्म है जिसने दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों को परेशान किया और दोनों मैचों में एबी डिविलियर्स जैसे खतरनाक बल्लेबाज को आउट किया। धोनी एक बार फिर चेन्नई सुपर किंग्स के अपने इस साथी खिलाड़ी से बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे होंगे। टी20 और 50 ओवरों का विश्व कप और चैम्पियंस ट्रॉफी जीत चुके भारत के सबसे सफल कप्तान होने के बावजूद कुछ हलकों में अटकलें हैं कि धोनी के दिन अब लद चुके हैं।
दक्षिण अफ्रीका से मिली हार से धोनी पर दबाव बढा है। उनकी फिटनेस को लेकर कोई शंका नहीं है लेकिन स्ट्रोक्स खेलने की उनकी काबिलियत अब नजर नहीं आ रही जिससे उनका स्ट्राइक रेट गिरा है। धर्मशाला में लग रहा था कि भारत 220 के करीब रन बनाये जब रोहित शर्मा और विराट कोहली ने 72 गेंद में 138 रन की साझेदारी की लेकिन भारतीय टीम आखिरी पांच ओवरों में 41 रन ही बना सकी जबकि धोनी क्रीज पर थे।
कटक में तो शीषर्क्रम पूरी तरह नाकाम रहा और निचला क्रम साझेदारी नहीं बना सका जबकि धोनी छठे नंबर पर थे। दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीकी टीम इमरान ताहिर के रूप में एक स्पिनर को लेकर उतरी है और जेपी डुमिनी ने कामचलाउ स्पिनर की भूमिका निभाई है। कप्तान फाफ डु प्लेसिस अगर टीम में बदलाव नहीं करते हैं तो डुमिनी और डेविड मिलर गेंदबाजी में अतिरिक्त कार्यभार संभाल सकते हैं। उनके पास लेग स्पिनर एडी लेइ के रूप में एक और विकल्प है लेकिन देखना है कि फाफ उन्हें ईडन पर उतारते हैं या नहीं।
फाफ ने कहा था, गेंदबाजों का बेहतरीन प्रदर्शन देखकर अच्छा लगा। मुझे लगता है कि यह टी20 में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन था। एल्बी मोर्कल ने शानदार वापसी करते हुए 12 रन देकर तीन विकेट लिये।