बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय की नाकामी से आजिज बीकेडी प्राचार्य तिवारी बैठे भूख हड़ताल पर

छात्रों, अभिभावकों व अधिवक्ताओं का मिला भारी समर्थन
झांसी। छात्रों की परेशानी को देखते हुए एवं बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय प्रशासन की नाकामी व हठधर्मिता से आजिज आकर बुन्देलखण्ड महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.बाबूलाल तिवारी आज यहां कचहरी स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे। उन्हें इस मुद्दे पर भारी जन समर्थन मिला। छात्रों व अभिभावकों ने उनके इस कदम को सही ठहराया तथा विश्वविद्यालय प्रशासन की लचर कार्यकारिणी की घोर निंदा की।
मालूम हो कि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय प्रशासन करीब सात माह बीत जाने के बाद भी अंक पत्र उपलब्ध नहीं करा पाया। इससे छात्र-छात्राएं प्रवेश के लिए परेशान हैं। छात्रों को कल 5 अक्टूबर को बीकेडी प्राचार्य कक्ष में ताला डाल दिया था। प्राचार्य डॉ.बाबूलाल तिवारी के भूख हड़तान पर बैठने से जिला प्रशासन भी विश्वविद्यालय की काली करतूत व नाकामी को समझ गया। छात्रों ने कुलाधिपति से मांग की है कि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में बुन्देलखण्ड क्षेत्र का ही कुलपति होना चाहिए।
बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय ने मार्च, अप्रैल में परीक्षाएं सम्पन्न करा ली थी। सात महीने बाद भी बुन्देलखण्ड क्षेत्र का संपूर्ण विद्यार्थी अपने अंकपत्र के लिए दर-दर भटक रहा है। वकालत करने के लिए रजिस्टे्रशन नहीं करा पा रहा है। इसमें अन्य विश्वविद्यालय में प्रवेश से वंचित हो गया है।
डॉ.बाबूलाल तिवारी ने बताया कि विश्वविद्यालय कलेन्डर के अनुसार यदि विद्यार्थी प्रवेश लेने या परीक्षा फार्म भरने में विलम्ब कर देता है तो विश्वविद्यालय उसके ऊपर विलम्ब शुल्क, लेट पेमेन्ट ठोक देता है। अब अपने गिरेंबान में झांककर क्यों नहीं देखते। एक-दो दिन की बात क्या सात महीने बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन अंकपत्र उपलब्ध क्यों नहीं करा पाया। अब उसके ऊपर कौन सा लेट पेमेन्ट ठोका जाना चाहिये। आज अनशन पर डॉ.बाबूलाल तिवारी के साथ कुंअर बहादुर आदिम, मोलाना कामिल शहर काजी, हनीफ खान पत्रकार, संतोष कुमार मिश्रा और शिवप्रसाद अभिभावक, नरेश बुंदेला, रामसेवक और अनिल पाठक चिलचिलाती धूप में गांधी प्रतिमा के नीचे अनशन पर बैठ गये। अंक पत्र न मिलने से गुस्साये छात्र भी प्राचार्य डॉ.तिवारी के समर्थन में दर्जनों की संख्या में आकर भूख हड़ताल में सहयोग किया। इस मौके पर सभी ने निर्णय लिया कि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में बुन्देलखण्ड का ही कुलपति होना चाहिये। प्राचार्य कक्ष में ताला जडऩे वाले छात्र पंचायत के नेतृत्व में छात्रों ने भूख हड़ताल का समर्थन किया जिसमें विशेष रुप से विजय सिंह साहू छात्र पंचायत अध्यक्ष, रोहित यादव, अभिषेक पटेल, अवधेश ताई, मृदुल खरे, नीरज नामदेव, अंकुर कुमार, मु.जीसान, अरुण कुमार, शैलेस राय, सुमित वर्मा, विश्वेन्द्र सिंह, जयेश कुमार, नीरज मिश्रा आदि दर्जनों संख्या मेें छात्र उपस्थित रहे।
भूख हड़ताल को दिया समर्थन
उधर बीकेडी प्राचार्य डॉ. बाबूलाल तिवारी द्वारा छात्रों के हितों के लिए गांधीजी की प्रतिमा के समक्ष चिलचिलाती धूप में भूख हड़ताल प्रारंभ करने की जानकारी पर वरिष्ठ अधिवक्ता भीमप्रकाश त्रिपाठी, केशभान पटेल, पूर्व मंत्री हरगोविंद कुशवाहा, बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय, अशोक सक्सेना एड., विवेक वाजपेयी एड. समेत बड़ी संख्या में अभिभावक उपस्थित रहे।