राजमाता ने राजशाही त्याग कर की जनसेवा
ग्वालियर। आज स्व. राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती है। राजशाही का आनंद और सुख त्यागकर उन्होंने जिस तरह की साफ-स्वच्छ राजनीति का जो आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया। निश्चित ही उसे राजनीति के इतिहास में वर्षों तक याद किया जाएगा। राजमाता के सानिध्य में जनसंघ और भाजपा से जुड़े रहे राजनेता उन्हें आदर्श और सेवा की प्रतिमूर्ति बताते हैं। राजमाता के सानिध्य में उनसे जनसेवा और राष्ट्रप्रेम की प्रेरणा लेने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपने शब्दों में कुछ इस तरह उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।
राजमाता जी भारतीय संस्कृति की जीती जागती प्रतिमूर्ति थीं। उनसे हर पल कुछ न कुछ सीखने को मिला। विवाह के बाद मिले उनके सानिध्य ने मेरा जीवन ही बदल कर रख दिया। मैंने राजमाता के साथ जीवन का लम्बा समय गुजारा। राज परिवार की सदस्य होने के बावजूद वह अंतिम छोर के व्यक्ति और महिलाओं को सम्मान दिलाने के लिए कार्य करती रहीं। उनका आमजन से मिलने का तरीका, उनका कार्य करने का तरीका अद्भुत था। मैंने यह सब कुछ राजमाता से सीखने का प्रयास किया। आज भाजपा की सरकार उनके आदर्शों को सामने रखकर कमजोर वर्ग और महिलाओं, बेटियों के लिए कदम उठा रही है। राजमाता आज सशरीर हमारे बीच होतीं तो निश्चित ही यह देखकर बहुत खुश होतीं। राजमाता की जन्मशती पर उन्हें शत-शत श्रद्धांजलि अर्पित करती हँू।
श्रीमती माया सिंह
महिला एवं बाल विकास मंत्री म.प्र. शासन
राजमाता राजमहल में पली-बड़ी होने के बाद भी उनके मन में गरीबों के उत्थान की पीड़ा थी। पारदर्शी राजनीति, त्याग, तपस्या की प्रतिमूर्ति थीं। भाजपा को नई पहचान दिलाने में उनका अहम योगदान रहा। भिण्ड में आयोजित एक धार्मिक आयोजन में साधू-संतों को राजमाता द्वारा साष्टांग प्रणाम किए जाने के घटनाक्रम ने मुझे सर्वाधिक प्रभावित किया। उनकी धर्म के प्रति अटूट श्रद्धा थी। राजमाता को उनकी जयंती पर शत-शत नमन् करता हँू।
लाल सिंह आर्य, राज्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन
राजमाता राजनीतिज्ञ नहीं थीं। वह तो जनसेवक थीं। वह पार्टी में बड़े से बड़ा पद हासिल कर सकती थीं। लेकिन जनता की सेवा के लिए उन्होंने राजकाज का मोह छोड़ा तथा अपने व्यवहार से आदर्श स्थापित करने वाले देश के गिने चुने राजनेताओं में अपना नाम शामिल किया। आज भाजपा जिस स्थान पर है, राजमाता का उसमें महत्वपूर्ण स्थान है। जयंती पर राजमाता को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करता हँू।
विवेक नारायण शेजवलकर महापौर
राजमाता त्याग और तपस्या की प्रतिमूर्ति थीं। राजपाट का मोह त्यागकर उन्होंने जनसंघ और भाजपा से जुड़कर राजनीति के स्थान पर जनसेवा को अपनाया। उनका आदर्श जीवन पथ हमारे लिए प्रेरणादायी है। उनके दिखाए मार्ग पर भाजपा चल रही है। राजमाता की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन्।
राकेश जादौन, अध्यक्ष, विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण ग्वालियर
राजमाता की जयंती आज पुष्पांजलि अर्पित करेगी भाजपा
राजमाता स्व. विजयाराजे सिंधिया की जयंती पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा पुष्पांजलि कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए जाएंगे। भाजपा जिलाध्यक्ष अभय चौधरी ने बताया कि स्व. राजमाता को पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए शुक्रवार 30 अक्टूबर को प्रात: नौ बजे थीम रोड पर स्थित छत्री परिसर में स्व. राजमाता के समाधि स्थल पर कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। भाजपा जिलाध्यक्ष ने इस कार्यक्रम में सभी भाजपा कार्यकर्ताओं एवं आमजन से उपस्थित रहकर स्व. राजमाता को पुष्पांजलि अर्पित करने की अपील की है।