प्रधानमंत्री मोदी ने एलईडी बल्ब वितरण योजना का किया उद्घाटन

नई दिल्ली | नई दिल्ली में नई केन्द्रीय सरकार के मई 2014 के सत्ता में आने के बाद से प्रधानमंत्री मोदी ने भारत ऊर्जा के प्राकृतिक और अक्षय स्रोत के लिए उच्च प्राथमिकता दे रहे है जो भारत देश को विकास पथ पर ले जा रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी और ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल केवल ऊर्जा संयंत्रों और नई सौर पार्क की स्थापना में बड़ी पहल नहीं ले रहे हैं, बल्कि वे अब गंभीरता से ऊर्जा संरक्षण को लेकर देश के लोगों को जागरूकता फैलाने की कोशिश कर रहें हैं।
आज एलईडी बल्ब वितरण की एक योजना का उद्घाटन करते हुए कहा की, देश के हर घर तक यह सुविधा उपलब्ध करने के लिए लोगों से प्रधानमंत्री मोदी ने बिजली बचाने के लिए निवेदन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में घरों में ऊर्जा की बचत करने वाले प्रकाश उपकरणों के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने के कार्यक्रम के तहत आज एलईडी बल्ब वितरण की एक योजना का उद्घाटन किया।
एलईडी बल्ब को 'प्रकाश पथ 'का नाम देते हुए मोदी ने कहा कि बिजली बचाना बिजली बनाने के मुकाबले काफी कम खर्चीला है। प्रधानमंत्री ने एलईडी आधारित मकान व पथ प्रकाश का एक राष्ट्रीय कार्यक्रम भी शुरू किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस पहल से आयात खर्च कम होगा और पर्यावरण की रक्षा भी होगी। एलईडी बल्ब साधारण बल्ब से करीब 50 गुना अधिक समय तक चलता है। इससे बिजली एवं खर्च दोनों की ही बचत होती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक वेब आधारित प्रणाली शुरू की जिसके जरिए दिल्ली के उपभोक्ता इस कार्यक्रम के तहत एलईडी बल्बों को प्राप्त करने के लिए अनुरोध दर्ज करा सकेंगे। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि एलईडी बल्बों का वितरण मार्च, 2015 से एक चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा।
इस परियोजना के तहत मकानों एवं सड़कों पर प्रकाश व्यवस्था के लिए 100 शहरों में एलईडी बल्ब लगाने का लक्ष्य रखा गया है जिसे मार्च, 2016 तक पूरा किया जाएगा।
दिल्ली में सभी घरेलू उपभोक्ताओं को प्रत्येक 10 रुपये के आरंभिक भुगतान पर एलईडी बल्ब उपलब्ध कराए जाएंगे और प्रत्येक 10 रुपये की वसूली 12 महीने तक उनके बिजली के बिल के जरिए की जाएगी।
इस तरह से, घरेलू उपभोक्ताओं को इस कार्यक्रम के जरिए 130 रुपये में एक एलईडी बल्ब उपलब्ध कराया जाएगा, जबकि खुले बाजार में एक एलईडी बल्ब का खुदरा मूल्य 350 से 600 के दायरे में हैं।