इन खास मुद्दों पर बात करेंगे ओबामा और मोदी

नई दिल्ली | अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा तीन दिन की भारत यात्रा पर आज दिल्ली पहुंच गए हैं। ओबामा के भारत प्रवास के दौरान दोनों देश असैनिक परमाणु समझौते को कार्यरूप देने पर बने गतिरोध को समाप्त करने और व्यापार एवं निवेश के क्षेत्रों में रिश्ते प्रगाढ़ करने के अलावा रक्षा सहयोग समझौता करना चाहेंगे।
प्रोटोकाल से हटते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पालम हवाई अडडे पर ओबामा की अगवानी की। ओबामा के साथ उनकी पत्नी मिशेल और उच्च स्तरीय शिष्टमंडल भी आया है। मोदी और ओबामा ने एक दूसरे को गले लगाया।
ओबामा पहले अमेरिकी राष्ट्रपति होंगे जो कल आयोजित गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि बनेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति असैनिक परमाणु समझौते के क्रियान्वयन पर गतिरोध भंग करने के रास्ते और रक्षा एवं आर्थिक रिश्तों को प्रगाढ़ बनाने समेत अनेक सामरिक मुददों पर मोदी के साथ चर्चा करेंगे।
दोनों देश ओबामा की यात्रा के नतीजों को शानदार बनाने के लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं। दोनों देश व्यापार और आर्थिक रिश्तों को बढ़ाने के तरीकों और जलवायु परिवर्तन के अहम मुददे पर भी चर्चा करेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि परमाणु करार पर प्रगति हुई है और भारत अत्यधिक अहम क्षेत्र में अमेरिका के साथ प्रभावी रूप से काम करने को लेकर आशावादी है।
गौरतलब है कि भारतीय उत्तरदायित्व कानून किसी तरह की परमाणु दुर्घटना होने की स्थिति में आपूर्तिकर्ता को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराता है जबकि फ्रांस और अमेरिका जैसे देशों ने भारत से वैश्विक नियमों का पालन करने को कहा है जिसके तहत प्राथमिक जिम्मेदारी ऑपरेटर की होती है।
चूंकि देश में सभी परमाणु संयंत्रों का संचालन सरकारी कंपनी न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड करती है, अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करने का मतलब होगा कि दुर्घटना होने पर सरकार को क्षतिपूर्ति की अदायगी करनी होगी।
इसी हफ्ते, अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा ने रेखांकित किया था कि दोनों देशों के बीच का द्विपक्षीय कारोबार पिछले दशक में पांच गुना बढ़ कर 100 अरब डालर हो गया है। वर्मा ने कहा, हम महसूस करते हैं कि इसका कोई कारण नहीं है कि यह 2020 तक पांच गुना और बढ़ कर 500 अरब डालर हो जाए।
जलवायु परिवर्तन एक और मुददा है जो मोदी और ओबामा के बीच वार्ता में प्रमुखता से उठ सकता है। ओबामा और मोदी दोनों भारत के पड़ोस से संबंधित मुददों और साथ ही वैश्विक मुददों पर चर्चा करेंगे।
ओबामा विश्व प्रसिद्ध ताजमहल का दीदार करने आगरा जाने वाले थे, लेकिन उन्होंने आगरा की यात्रा रद्द कर दी और सउदी अरब के शाह अब्दुल्ला के निधन के बाद अब वह नयी दिल्ली से सीधे सउदी अरब जाएंगे।
इस बीच राष्ट्रीय राजधानी में अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था की गई है। दिल्ली पुलिस और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के निशानेबाज ओबामा की यात्रा वाले रास्तों पर पड़ने वाली उंची इमारतों पर तैनात रहेंगे।
मौर्य शेरेटन होटल के सामने हरेभरे क्षेत्र की पूरी तरह से जांच की गई है और पुलिस कर्मियों को अमेरिकी राष्ट्रपति के यहां रहने तक इस क्षेत्र के जंगलों में तैनात किया गया है।
मध्य दिल्ली को अभेद्य किले में तब्दील कर दिया गया है और सुरक्षा एजेंसियों ने करीब 71 इमारतों को आंशिक तौर पर या पूरी तरह से बंद कर दिया है।
यहां तक कि सांसदों तथा सैन्य बलों के अधिकारियों सहित इस क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों को या तो विशेष पास जारी किये गये हैं या क्षेत्र में प्रवेश के लिए उन्हें पहचान साबित करनी होगी।
अमेरिकी खुफिया सेवा और केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम विशेष रूप से स्थापित नियंत्रण कक्षों की निगरानी रखेंगे। इन कक्षों को नये लगाए गए सीसीटीवी कैमरों से जोड़ा गया है।