बिना गणित वाले नहीं दे सकेंगे बीसीए की परीक्षा

मामला जीवाजी विश्वविद्यालय का
ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालाय से सम्बद्ध महाविद्यालयों में अध्ययनरत बीसीए प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों को छह माह पढऩे के बाद भी परीक्षा देने का मौका नहीं मिलेगा। जबकि विद्यार्थियों द्वारा उच्च शिक्षा विभाग के सत्र 2014-15 में पहले ही अपना ऑनलाइन पंजीयन करवा लिया है। इसके बाद भी विश्वविद्यालय प्रबन्धन द्वारा विद्यार्थियों को अभी तक परीक्षा फार्म भी नहीं भरवाए गए जबकि परीक्षा गुरूवार 22 जनवरी को दोपहर 2 बजे से प्रारम्भ होगी। जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालयों में 12वीं में गणित न होने वाले विद्यार्थियों ने उच्च शिक्षा विभाग में ऑनलाइन पंजीयन कराने के साथ ही अपनी पढ़ाई चालू कर दी। लेकिन छह माह बाद बीतने पर परीक्षा नजदीक आने के बाद भी इनके परीक्षा फार्म नहीं आए। इस पर प्रबन्धन ने कह दिया कि 12वीं में बिना गणित विषय वाले विद्यार्थियों को परीक्षा के लिए पात्र नहीं माना जाएगा जबकि उच्च शिक्षा विभाग में इनका पहले ही पंजीयन हो चुका है। उधर वोस्टर एवं भारती महाविद्यालय के 12 विद्यार्थियों को न्यायालय में जाने पर परीक्षा देने की अनुमति मिल गई। हालांकि यदि परीक्षा से पूर्व विद्यार्थी न्यायालय से अनुमति ले आते हैं तो उन्हें भी परीक्षा देने का मौका मिल सकता है। विश्वविद्यालय से सम्बद्ध करीब 20 महाविद्यालय ऐसे हैं जिन्होंने बीसीए में प्रवेश दिया। विश्वविद्यालय अध्यादेश के अनुसार बीसीए में परीक्षा देने के लिए 12वीं में गणित विषय होना आवश्यक है। हम उसका पालन कर रहे हैं। महाविद्यालय के प्राचार्यों द्वारा पहले क्यों नहीं देखा गया कि उनके पास गणित विषय नहीं है। प्रो.शैलेन्द्र जैन प्रभारी, परीक्षा एवं गोपनीय जीवाजी विश्वविद्यालय