बाबुओं के बाद पकड़ा व्यापमं का चपरासी

करोड़ों का मालिक है आरोपी

ग्वालियर। पीएमटी फर्जीवाड़ा में अपना समूह बनाकर काम कर रहे बाबुओं के बाद सोमवार को एसटीएफ ने इस गोरख धंधे में लगे चपरासी को दबोच लिया। पुलिस का कहना है कि यह बृजमोहन का पड़ोसी था और उसके साथ ही कार्य करता था। यह सभी अपना एक समूह बना कर छात्रों की तलाश कर पीजी में पास कराने के लिए बड़ी रकम वसूल करते थे। इसके पास कीमती सामान के साथ ही कई गाडिय़ां एवं शहर में जमीन आदि होने का भी पता चला है। सोमवार को पकड़े गए बाबू रामगोपाल शर्मा ने पूछताछ में बताया कि उसने करीब दो दर्जन लोगों को फर्जी तरीके से प्रवेश दिलवाया है। प्रवेश के दौरान वह मोटा माल कमाता था। पुलिस को लम्बे समय से रामगोपाल की तलाश थी। लेकिन जब बृजमोहन पुलिस के हाथ लग गया तो इसे पकडऩा पुलिस के लिए आसान हो गया। बृजमोहन का साथी रहे रामगोपाल के ठिकानों की जानकारी बृजमोहन ने दी थी। उसी के आधार पर पुलिस ने रामगोपाल को पकड़ लिया। पुलिस के समक्ष रामगोपाल ने कई विशिष्ट लोगों के नाम के साथ ही नामी-गिरामी चिकित्सकों के नामों का खुलासा भी किया है। पुलिस को जिन लोगों के नामों की जानकारी मिली है। उनके खिलाफ सबूत जुटाने में पुलिस लग गई है
नरसिंहगढ़ का निवासी है
बताया गया है कि रामगोपाल शर्मा नरसिंहगढ़ जिले का रहने वाला है। पुलिस ने सुभाष कॉलोनी अयोध्या नगर स्थित उसके बंगले से उसे पकड़ा है। उसके पास में ही आरोपी बाबू बृजमोहन का बंगला बना हुआ है।
26 साल से चल रहा था गोरख धंधा
रामगोपाल ने पुलिस को बताया कि वह 1998 से यह गोरख धंधा कर रहा है। वह छात्रों को तलाश कर उनसे मोटी रकम वसूल कर प्रोग्रामर को दे देता था। इससे उसे मोटी कमाई हो जाती थी।
मुख्य भूमिका मिश्रा की
रामगोपाल ने बताया कि वह सब लोग तो व्यापमं ंकार्यालय में कार्य करने वाले प्रोग्रामर पीके मिश्रा के इशारों पर कार्य करते हैं। पीके मिश्रा कम्प्यूटर से चालाकी कर कॉपियों में नम्बर बढ़ा देता था। उसके लिए छात्र से बीस से तीस लाख रूपए वसूल किए जाते थे। इस बीच मुझे भी पचास हजार से लेकर पांच लाख तक का फायदा हो जाता था। पीके मिश्रा ने छोटे कर्मचारियों से लेकर बढ़े अधिकारियों को अपने साथ मिला रखा था।
करोड़ों की सम्पत्ति का मालिक है आरोपी
पुलिस ने बताया है कि रामगोपाल चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है और उसकी मासिक आय मात्र 6500 रुपए है, लेकिन उसने गोरखधंधा करके करोड़ों रूपए कमाए हैं। उसके कई बंगले भोपाल में होना बताए गए हैं।
अब मिश्रा की तलाश
पुलिस की गिरफ्तारी से बचकर भाग रहे पीके मिश्रा की तलाश में पुलिस हर तरफ हाथ पैर मार रही है। पुलिस का कहना है कि पीके मिश्रा के पकड़े जाने के बाद बड़ा खुलासा हो सकेगा। 

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