परिजनों के नाम लिखा पत्र और तिघरा में कूद गया छात्र

पुलिस पूछताछ के डर से दोस्त ने भी लगाई छलांग दोनों की मौत

ग्वालियर। पिता की जेब से सौ रुपए गायब हो जाने पर डांट दिए जाने से नाराज एक छात्र अपने दो दोस्तों के साथ तिघरा पहुंचा और जलाशय में छलांग लगा दी। उसे डूबता देख पुलिस पूछताछ के डर से उसका दोस्त भी जलाशय में तिघरा कूद गया। सोमवार की सुबह हुई इस ह्रदय विदारक घटना के बाद शाम को एक छात्र का शव तिघरा जलाशय से निकाल लिया गया जबकि दूसरे का शव देर रात तक नहीं मिल पाया था।
जानकारी के अनुसार रोहित दोहरे निवासी गड्ढे वाला मोहल्ला सिकन्दर कम्पू ,गोरखी स्कूल में कक्षा 11 वीं का छात्र था। रोहित के पिता परशुराम दोहरे की जेब से सोमवार को 100 रुपए गायब हो गए थे। शक होने पर उन्होंने रोहित को डांट लगा दी। इससे नाराज रोहित अपने दोस्त ह्रदय शंकर अवस्थी पुत्र निर्मल शंकर अवस्थी निवासी सैनिक कॉलोनी सिकन्दर कम्पू और गौतम नरवरिया के साथ तिघरा पहुंचा। वहां पहुंचकर उसने एक पत्र अपने परिजनों के नाम लिखा जिसमें लिखा था कि आप हमेशा मेरे ऊपर इल्जाम लगाते हो पैसे निकल जाने का इसलिए मैं हमेशा के लिए जा रहा हूँ। आप मेरी बहन को सामान दिलवा देना और मेरे कुत्ते का ख्याल रखना। यह पत्र उसने वहां पत्थरों के बीच रख दिया और तिघरा में छलांग लगा दी। रोहित के तिघरा में कूद जाने से उसका दोस्त ह्रदय शंकर बुरी तरह डर गया और उसने भी एक पत्र अपने परिजनों के नाम लिखा जिसमें उसने लिखा कि रोहित के कूद जाने से पुलिस मुझे परेशान करेगी और मुझे दोषी समझेगी, इसलिए मैं भी अपनी जान दे रहा हूँ। पापा आप मेरे तीनों कुत्तों का ध्यान रखना। पत्र लिखने के बाद उसने भी तिघरा में छलांग लगा दी। दोनों दोस्तों के तिघरा में डूब जाने से डरा सहमा गौतम सीधे पुलिस के पास पहुंचा और सारी घटना बता दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को निकालने का प्रयास शुरू कर दिया वहीं मृतक छात्रों के परिजनों को भी हादसे की सूचना दे दी।
मोटर साइकिल की सर्विस कराने निकला था ह्रदय शंकर
जानकारी के अनुसार हद्वय शंकर अपने घर से सुबह रसायनशास्त्र का पेपर देने के लिए निकला था। वह घर पर बोलकर गया था कि पहले मोटरसाइकिल की सर्विस के लिए डाल देगा और वहीं से पेपर देने निकल जाएगा लेकिन रास्ते में उसके दोस्त मिल गए उन्होंने कहा कि पेपर को छोड़ हम तिघरा चलते हैं।

पापा सरकारी स्कूल में वजीफा मिलता है, आप पर बोझ नहीं पड़ेगा
ह्रदय शंकर के पिता निर्मल अवस्थी ने बताया कि उनके पुत्र ने दसवीं की परीक्षा मिसहिल स्कूल से दी थी जिसमें उसके 93 प्रतिशत नम्बर आए थे लेकिन मिसहिल स्कू ल से उसे कोई वजीफा नहीं मिल रहा था जिसके बाद वह गोरखी स्कूल का प्रवेश फार्म ले आया था और अपने पिता से बोला था कि अब उसे वजीफा मिलने लगेगा जिससे वह अपनी पढ़ाई का खर्च निकाल लेगा।

मैं पढ़ाई के साथ नौकरी करूंगा और घर खर्च में हाथ बटाऊंगा
निर्मल अवस्थी ने रोते हुए बताया कि उनका पुत्र कहता था कि कक्षा 12 वीं के बाद वह नौकरी और पढ़ाई दोनों करेगा। नौकरी करने से मिलने वाले पैसों से वह अपनी पढ़ाई का खर्च निकालेगा साथ ही घर खर्च में भी मदद करेगा और अपने बड़े भाई का भी ख्याल रखेगा।

जिसे मिली खबर वही रह गया सन्न
सैनिक कॉलोनी में ह्रदय शंकर के तिघरा में कूद जाने की जानकारी जिसे भी मिली वह सुनकर सन्न रह गया। सभी का कहना था कि वह बेहद सरल और सीधा बालक था और मोहल्ले के सभी लोग उसे बेहद प्यार करते थे।

माँ को कैसे बताएं कि नहीं रहा बेटा
ह्रदय शंकर के मोहल्ले के सभी लोग और उसके दोस्त देर रात तक उसके घर पर नहीं गए थे क्योंकि सभी को पता था कि उसकी माँ उनसे ह्रदय के बारे में पूछेगी वह उन्हें कैसे बताएगे कि क्या हुआ। वहीं मृतक के पिता की भी समझ नहीं आ रहा था कि वह घर पर क्या जवाब देंगे। पोस्टमार्टम हाउस पर शव को रखने के बाद वह अपने साथियों से सलाह कर रहे थे कि हम उसकी माँ को आज ही रात मायके भेज देते हंै फिर अंतिम संस्कार करेंगे क्योंकि वह यह दुख नहीं सह पाएगी।
मोटरसाइकिल की सीट में रखा पर्स
तिघरा में कूदने से पहले ह्रदय शंकर ने मोटरसाइकिल की फटी हुई सीट में पर्स और घड़ी रख दी इसके बाद उसने तिघरा में छलांग लगा दी।

एक महीने पहले ही बना ली थी आत्महत्या की योजना
रोहित दोहरे और उसके साथ हृदय अवस्थी ने एक महीने पहले ही आत्महत्या करने की योजना तैयार कर ली थी। इस बात का खुलासा रोहित दोहरे के फेसबुक एकाउंट से होता है जिसमें उसने पिछले माह की 21 तारीख को अपने आपको टेंशन में और डरा हुआ बताया था। रोहित की वॉल पर उसके साथ हृदय ने कुछ बातचीत भी की, जिसमें हृदय ने रोहित से कहा था कि 'तू चिंता मत कर जब कुछ नहीं बचेगा तब हम साथ में आत्महत्या कर लेंगे।इन दोनों दोस्तों की दास्तां पर यदि उसी समय ध्यान दे दिया गया होता था आज इन चिरागों को बुझने से रोका जा सकता था। 

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