बदमाश दे सकते थे बड़ी वारदात को अंजाम

भोपाल । बीती रात हबीबगंज नाका के पास उप्र एसटीएफ के सिपाही और भोपाल सीबीआई के सिपाही को गोली मारकर घायल करने वाले के उप्र के कुख्यात बदमाश आशु दीक्षित सहित चार बदमाशों का फि लहाल कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस नाकाबंदी कर फ रार बदमाशों की तलाश में जुटी है।
क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार चारों बदमाश राजधानी में किसी बड़ी बारदात को अंजाम देने की फि राक में थे, लेकिन उन्हें उप्र पुलिस की भनक लगने के बाद आमना-सामना होने पर उन्होंने दो सिपाहियों पर गोली चला दी और फरार हो गये।
घायल सिपाहियों को देखने आज सुबह गृहमंत्री बाबूलाल गौर नर्मदा अस्पताल पहुंचे और घायलों का हाल-चाल जाना। एएसपी क्राइम ब्रांच के अनुसार आरोपी अंशू उर्फ सुमित दीक्षित करीब एक वर्ष से फ रारी काट रहा है। वह अपने बड़े भाई अनूप दीक्षित और दोस्त कपिल के साथ जून से भोपाल में रह रहा था।
उन्होंने बताया कि साकेत नगर में 299 नंबर का फ्लैट किसी जैन परिवार का है। उसे कई महीने पहले एक दलाल के माध्यम से पूजा नाम की महिला ने किराये पर ले रखा था। इसी मकान में सुमित दीक्षित, अनूप दीक्षित और कपिल के साथ रह रहा था। पूजा नामआ की महिला ने ही तीनों आरोपियों को पनाह दे रखी थी। पुलिस ने उसे भी आरोपी बनाया है। घटना के बाद डीआईजी ने बदमाशों का सुराग देने वाले को 10 हजार रुपए इनाम की घोषणा की है।

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