जनरल सुहाग बने नए थलसेना प्रमुख
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नई दिल्ली | जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने देश के नए थलसेना प्रमुख का पद संभाल लिया। उन्होंने जनरल बिक्रम सिंह की जगह ली है। इससे पहले उनकी नियुक्ति को लेकर विवाद हुआ था।
जनरल सिंह ने साउथ ब्लॉक स्थित अपने कार्यालय में जनरल सुहाग को थलसेना प्रमुख के पद की जिम्मेदारी सौंपी।
नए थलसेना प्रमुख ने ऐसे समय में पद संभाला है जब सेना अपने तोपखाने, पैदल सेना और वायु रक्षा शस्त्रों के आधुनिकीकरण को लेकर चुनौतियों का सामना कर रही है और साथ ही किसी संभावित बहु मोर्चा युद्ध का सामना करने के लिए भी खुद को तैयार कर रही है।
गोरखा रेजीमेंट के अधिकारी 59 वर्षीय सुहाग 1987 में श्रीलंका में भारतीय शांति सेना (आईपीकेएफ) के अभियान में शामिल थे और अब तक सेना के उप प्रमुख थे। देश के 26वें थलसेना प्रमुख के तौर पर उनका कार्यकाल 30 महीने का होगा।
सुहाग को पिछले साल थलसेना का उप प्रमुख बनाया गया था। उससे पहले वह 16 जून 2012 से पूर्वी सेना के कमांडर थे। इससे पहले वह तत्कालीन थलसेना प्रमुख जनरल वीके सिंह द्वारा अनुशासन एवं सतर्कता प्रतिबंध लगाए जाने की वजह से विवाद के केंद्र में थे। जनरल वीके सिंह ने पूर्व में असम में एक खुफिया अभियान के सिलसिले में उन पर यह प्रतिबंध लगाया था।
मई 2012 में जनरल बिक्रम सिंह के पदभार संभालने के तुरंत बाद 3 कॉर्प्स के तत्कालीन कमांडर सुहाग पर से प्रतिबंध हटा दिया गया था। भाजपा ने जनरल सुहाग की नियुक्ति में जल्दबाजी पर सवाल उठाए थे और जोर दिया था कि मामला अगली सरकार के लिए छोड़ देना चाहिए।
हालांकि राजग सरकार के गठन के तुरंत बाद रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि नई सरकार संप्रग सरकार के शासनकाल में की गयी नियुक्ति जारी रखेगी।