इराक में अब भी फंसी हैं केरल की 46 नर्सें

नई दिल्ली| इराक के तिकरित शहर में एक अस्पताल में बंद भारतीय नर्सों ने आतंकवादियों की तरफ से गुरुवार को उन्हें वहां से निकालने के लिए भेजी गई बस में जाने से इनकार कर दिया।
गौर हो कि इराक के तिकरित में फंसी 46 नर्सें अब अपना समय अस्पताल परिसर के एक भवन के तहखाने में बिता रही हैं। यह जानकारी एक सूत्र ने दी। नर्सो के साथ संपर्क में रहने वाले एक व्यक्ति ने कहा कि तहखाने में नर्सें लगातार भय में रह रही हैं और उन्हें यह भी नहीं पता है कि तिकरित पर आतंकवादियों का कब्जा है या सरकारी सेना का।
उस व्यक्ति ने बताया कि नर्सों ने कहा कि उन्हें बीते दिनों चावल-दाल दिया गया। इसके बाद उन्होंने अपना खाना पकाया। उन्होंने कहा कि उन्हें पानी भी दिया गया। इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन के गृह नगर तिकरित पर अब किसका कब्जा है इसके बारे में नर्सो को कोई जानकारी नहीं हैं, क्योंकि वहां लगातार बमबारी हो रही है।
बीते दिनों एक बम नर्सों की रहने वाली जगह से महज 150 मीटर की दूरी पर गिरा। इसके बाद सोमवार को नर्सो को दूसरे भवन के तहखाने में लाया गया। तहखाने में जनरेटर से बिजली की आपूर्ति की जा रही है और उनके साथ अस्पताल का एक डॉक्टर भी है।