बस्ती खाली कराने दबंगों का साथ दे रही पुलिस

जिलाधीश से लगाई सुरक्षा व न्याय की गुहार
श्योपुर। दबंगों द्वारा आदिवासियों पर अत्याचार के मामले बढ़ते जा रहे हैं। प्रत्येक मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई में ऐेसे कई मामले सामने आ रहे हैं। लेकिन उनकी शिकायत पर भी कार्रवाई अधर में है। ऐसा एक मामला मंगलवार को फिर से सामने आया, जब कराहल कस्बे के आम वाले सहराने के आदिवासियों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय का घेराव करने के बाद दबंगों के अत्याचार से मुक्ति की गुहार जिलाधीश ज्ञानेश्वर बी पाटिल से लगाई।
आम खो सहराने निवासी घनश्याम, हरज्ञान, हेमराज, बृजराज, रामा, करन, बृजलाल, सीताराम, सुरेश, प्रसादी, भरत समेत करीब आधा सैकड़ा महिला-पुरुषों ने जिलाधीश पाटिल को आवेदन देते हुए कहा कि साहब, हम व हमारे पूर्वज सौ वर्षों से रह रहे हैं और अब कुछ दबंग भूमाफिया पुलिस कर्मियों के साथ आकर आए रोज बस्ती खाली करने न करने पर मारने की धमकी दे रहे हंै। दबंगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वह हमें बेघर करने के साथ-साथ मार देंगे।
उन्होंने बताया कि कराहल कस्बे के आम वालेे सहराने में करीब आधा सैकड़ा से अधिक आदिवासी परिवार रहते हैं, जो विगत करीब सौ वर्षो से रहे है, लेकिन काजू ठाकुर, दीपक त्रिपाठी नामक दो दबंग बस्ती की जमीन उनकी होने की बात कहकर बस्ती खाली करने की धमकी दे रहे हैं तथा उक्त दोनों दबंग पुलिसकर्मियों को साथ लेकर आते हंै और उनसे अभद्रता कराते हुए धमकी दिलवाते हंै। आवेदन में पीडि़त आदिवासी परिवारों ने जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर दिलाते हुए दबंगों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
पीडि़तों ने सुनाई अपनी व्यथा
भंवरलाल: मैं व मेरे पूर्वज विगत सौ वर्षों से भी अधिक समय से आमवाले सहराने में रहता है, लेकिन कुछ समय से दो-तीन दबंग लोग बस्ती की जगह उनकी बताकर बस्ती खाली करने की धमकी दे रहे हंै, जिसकी शिकायत हम कराहल एसडीएम, तहसीलदार व पुलिस से भी कर चुके हंै, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हो सकी है।
सुरेश आदिवासी: प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की तो हमसे वह बस्ती छीन लेंगे और हमें बेघर कर देंगे। वह मारने व पीटने की भी धमकी देते हैं। दबंग पुलिस वालों को साथ लेकर आते हंै, जो भी धमकी देते हैं।
इनका कहना है...
क्षेत्र के लोगों का आवेदन मिला है, मामला गंभीर है। इस पर शीघ्र कार्रवाई के लिए निर्देश एसडीएम कराहल को दिए जाएंगे।
ज्ञानेश्वर बी पाटिल
जिलाधीश, श्योपुर