नौतपा के बाद भी पारा 44 के पार

फिलहाल गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं, जून के अंतिम सप्ताह तक दस्तक देगा मानसून
ग्वालियर। भीषण गर्मी के लिए जाना जाने वाला रोहिणी नक्षत्र (नौतपा) गुजर जाने के बाद भी गर्मी चरम पर है और पारा 44 के अंक को पार कर रहा है। ऐसे में मौसम विभाग ने मानसून के देरी से आने की बात कहकर भीषण गर्मी से परेशान लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।
उल्लेखनीय है कि नौतपा 2 जून को समाप्त हो गया, लेकिन गर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही है। जून के गुजरे चार दिनों में गर्मी की दृष्टि से गुरुवार काफी गर्म रहा। चूंकि आज दिन भर आसमान साफ रहा। इसके चलते सुबह से ही जहां सूरज ने रौद्र रूप दिखाया वहीं सुबह से शाम तक भीषण लपट भी चलती रही। भीषण गर्मी का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि सुबह 10.30 बजे ही पारा 40 डिग्री को पार चुका था। इसके बाद दोपहर 12.30 से शाम 4.30 बजे तक पारा 43 से 44 डिग्री के बीच झूलता रहा। शाम 5.30 बजे भी पारा 42.8 डिग्री पर था। आज करीब 4 से 6 कि.मी. प्रति घण्टे की गति से चलीं उत्तर पश्चिमी हवाएं सुबह से शाम तक भीषण लपट का अहसास कराती रहीं।
मौसम के जानकारों का कहना है कि चूंकि इस बार मानसून जून के अंतिम सप्ताह तक आएगा, इसलिए फिलहाल गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है। विदित रहे कि गुजरे वर्षों में ग्वालियर एवं चम्बल अंचल में मानसून 16 से 20 जून के बीच दस्तक देता रहा है, लेकिन मौसम विज्ञानियों के अनुसार इस बार वर्ष 2002 और 2009 जैसे हालात बन सकते हैं। इन दोनों वर्षों में मानसून काफी देरी से सक्रिय हुआ था और बारिश भी काफी कम हुई थी।
स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार गतरोज की अपेक्षा आज अधिकतम तापमान 2.2 डिग्री उछाल के साथ 44.6 डिग्री पर जा पहुंचा, जो औसत से 2.0 डिग्री अधिक है, लेकिन न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री आंशिक गिरावट के साथ 25.8 डिग्री दर्ज किया गया, जो औसत से 2.5 डिग्री कम है। इसी प्रकार प्रात: हवा में नमी 42 प्रतिशत दर्ज की गई, जो शाम को घटकर 26 प्रतिशत रह गई। मौसम विज्ञानियों के अनुसार गुरुवार को अधिकतम पारा 45 के अंक को पार कर सकता है। इधर ज्योतिष शास्त्र के जानकारों का भी यही मानना है कि 8 जून को सुबह 11.36 बजे सूरज मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेगा, तब तक भीषण गर्मी के हालात बने रहेंगे।