राजधानी में जून अंत तक आएगा मानसून
भोपाल । मानसून इस बार पिछड़ रहा लगता है। यूं इसके भोपाल आगमन की सामान्य तिथि 13 जून है। इस बार इसके लगभग सात से दस दिन के विलंबित होने की बात कही जा रही है।
ज्ञात हो कि इस बार भोपाल सहित पूरे प्रदेश में प्री मानसून एक्टिविटी मई के दूसरे सप्ताह में ही शुरू हो गई थी। 15 से 28 मई के बीच कई स्थानों पर गरज-चमक के हालात भी बने और ऐसा लगने लगा था कि इस बार मानसून शायद समय से पहले ही दस्तक दे दे। भीषण रूप से तपने के बाद नौतपा विदा ले चुका है।
कहा जाता है कि जितनी अधिक गर्मी पड़ती है बारिश भी उतनी ही अच्छी होती है। लेकिन फिलहाल मानसून हमसे काफी दूर है। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि इस बार मानसून दस दिन तक लेट आ सकता है।
इस बार मानसून की रफ्तार ढीली है। शहर में मानसून 20 से 22 जून तक आ सकता है।
यह है मानसून का रूट
अंडमान निकोबार से चल कर मानसून सबसे पहले केरल तट को हिट करता है। केरल में मानसून की सामान्य आमद 1 जून को मानी गई है। फिलहाल मानसून अंडमान तट पर ही उमड़-घुमड़ रहा है।
गतवर्ष हुआ था लेट
मौसम विज्ञानी डॉ. डीपी दुबे ने बताया वर्ष 2013 में मानसून 11 जून को आया था। 2012 में इसकी आमद 4 जुलाई को हुई थी। वर्ष 2011 में यह 17 जून को आया। मानसून अभी केरल भी नहीं पहुंचा है। इसके वहां पहुंचने में इस बार पांच-सात दिन का विलंब हो सकता है। इससे लगता है कि भोपाल में मानसून भी पांच-सात दिन देरी से आएगा।