आतंकवाद के खिलाफ मुकाबले में भारत एक मजबूत और सक्रिय साझेदार: अमेरिका

वाशिंगटन । भारत और अमेरिका आतंकवाद को लेकर गंभीर हैं एवं इसके निपटारे कि लिए साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मुख्य तौर पर पाकिस्तान जनित आतंकवाद भारत की शांति एवं सुरक्षा को चुनौती देता हैं, जिससे देश परेशान रहता है।
अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले के लिए एक बार फिर लश्कर-ए-तैयबा को जिम्मेदार ठहराया है। अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि अफगानिस्तान के हेरात में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले के लिए जिम्मेदार आतंकियों सहित अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के नेटवर्क का पता लगाने और उसे खत्म करने के लिए भारत और अमेरिका साथ मिलकर काम कर रहे हैं। भारत को आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक मजबूत और सक्रिय साझेदार बताते हुए अधिकारी ने कहा कि हम आतंकवाद के मुकाबले के लिए भारत के साथ सूचनाएं साझा करना जारी रखेंगे।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मैरी हर्फ ने बताया कि आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए अमेरिका ने पाकिस्तान के साथ भी बहुत निकटता से काम किया है क्योंकि यह सिर्फ पाकिस्तान के लिए खतरा पैदा नहीं करता है। यह अफगानिस्तान और भारत के लिए भी खतरा है और पूर्व में अमेरिका के लिए भी खतरा रह चुका है।
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मैरी हर्फ ने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा को लेकर उत्पन्न खतरा स्पष्ट है। उन्होंने कहा लश्कर-ए-तैयबा से जुडी अपनी चिंताओं के बारे में हमने पाकिस्तान को स्पष्ट कर दिया है। इसलिए हम उसे अपनी ब्लैक लिस्ट की सूची में रखते हैं।
गौरतलब हो कि अमेरिका ने लश्कर-ए-तैयबा और इसके सहयोगी संगठनों को बुधवार को फिर से आतंकी सूची में डाला और इसके दो नेताओं पर प्रतिबंध लगा दिया। 

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