Home > Archived > जनमानस

जनमानस

करारी हार में कौरवों की पर्याय कांग्रेस


कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े अब 44 सांसदों में सिमट जाने वाली अपनी पार्टी को पांडवों की संज्ञा में देख रहे हैं। दस साल तक धृतराष्ट्र और दुशासन का राज देने वाली कांग्रेस नतीजों में जनता द्वारा कौरव दल घोषित की गयी। अफसोस फिर भी वस्तुस्थिति से साक्षात्कार करने की जगह ढीठ उद्गारों में बड़ाई का झूठा अहंकार सिर चढ़कर बोल रहा है। संसद में नरेन्द्र मोदी जिस गर्मजोशी से राहुल गांधी से मिले उस मेल मिलाप में स्पष्ट रूप से पढ़ा जा सकता है कि पांडव दल कौन था और कौरव दल कौन। मनमोहन-सोनिया-राहुल कौरव दल की अगुवाई में ही घोर पराजय को प्राप्त हुये हैं खडग़े को यह सच सच्ची बात कहने वाले निलंबित कांग्रेसियों से समझ लेनी चाहिए। आज कांग्रेस की कौरव राजनीति का ही दुष्परिणाम है कि केरल में एक कॉलेज पत्रिका में मोदी को देश व दुनिया के कू्ररतम व्यक्तित्वों में शामिल करने की हिमाकत की गई। कांग्रेस ने मोदी के खिलाफ कुप्रचार का जो क्रूर वातावरण तैयार किया उसमें वे कौरव सिद्ध हो चुके हैं भला फिर पाण्डव की संज्ञा का क्या मतलब।

हरिओम जोशी भिण्ड

Updated : 25 Jun 2014 12:00 AM GMT
Next Story
Top