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राहुल के बाद अब सोनिया गांधी पर उठे सवाल

राहुल के बाद अब सोनिया गांधी पर उठे सवाल
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मुंबई। लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ उठे विरोध के सुरों की जद में अब अध्यक्ष सोनिया गांधी भी आ गई हैं। बिहार के किशनगंज से कांग्रेस सांसद मौलाना असरारूल हक ने लोकसभा चुनाव से पहले सोनिया गांधी के दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी से मिलने को पार्टी की हार का एक बडा कारण बताया है। हक के मुताबिक, सोनिया गांधी को यह नहीं करना चाहिए था।
बिहार से दो बार के सांसद असरारूल हक ने कहा, सोनिया गांधी को चुनाव से पहले शाही इमाम से नहीं मिलना चाहिए था। इसका मतदाताओं तक गलत संदेश गया। बकौल हक, अगर आप कोई अपील जारी करना चाहते थे, तो सबके लिए करते। एक खास वर्ग के लिए नहीं करते। शाही इमाम से मिलने की कोशिश हमारे खिलाफ गई। जिसने भी यह किया उसे ऎसा नहीं करना चाहिए था। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अप्रेल में शाही इमाम बुखारी से मुलाकात की थी। शाही इमाम ने इस मुलाकात के बाद कहा था कि सोनिया ने उनसे कहा है कि सेकुलर वोट बंटने न पाए। भाजपा ने सोनिया-बुखारी की मुलाकात को चुनावी मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला किया था। मोदी ने इसे घोर सांप्रदायिक अपील बताते हुए सोनिया गांधी पर हमला बोला था। किशनगंज से सांसद हक ने माना कि लोकसभा चुनाव में भाजपा विकास के नाम पर युवाओं के वोट झटकने में सफल रही। उन्होंने कहा, अब चीजें बदल गई हैं। अगर आप काम करेंगे तो जीतेंगे। अगर काम नहीं करेंगे, तो हारेंगे।
युवाओं ने विकास के वादे के कारण नरेन्द्र मोदी को वोट दिया। अगर भाजपा विकास पर काम करती हैं तो हमारी पार्टी मोदी का सपोर्ट करने के लिए तैयार है, लेकिन जम्मू कश्मीर से धारा 370 को किसी भी परिस्थिति में खत्म नहीं करने दिया जाएगा। हक ने कहा, अगर आपने धारा 370 को हटाने और समान नागरिक संहिता लागू करने की कोशिश की तो देश टूट जाएगा। हम मौलिक अधिकारों में बदलाव की अनुमति नहीं देंगे। मोदी को सिस्टम के साथ काम करना होगा। हम संविधान से छेडछाड की इजाजत नहीं देंगे। हमने देश की आजादी के लिए लडाई लडी है। हक ने कहा, मैंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात कर संसद में दबाव समूह के लिए सभी धर्मनिरपेक्ष दलों को साथ लाने के लिए कहा है। गौरतलब है कि इससे पहले केरल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री टीएच मुस्तफा और राजस्थान के विधायक भंवरलाल शर्मा ने पार्टी की हार के लिए राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहराया था। मुस्तफा ने तो उन्हें जोकर तक कह डाला था। दोनों को पार्टी से निलंबन के रूप में इसका खामियाजा भुगतना पडा था।


Updated : 2 Jun 2014 12:00 AM GMT
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