बिना परीक्षा दिए बन गया चिकित्सक

एक और फर्जी छात्र पकड़ा

ग्वालियर । पुलिस ने गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के वर्ष 2010 बैच के छात्र प्रताप सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस द्वारा छात्र से पूछताछ की जा रही है।
पूछताछ में अरोपी प्रताप सिंह चौधरी पुत्र जगदीश प्रसाद चौधरी उम्र 23 साल निवासी ग्राम रामचन्द्र का पुरा तहसील-जौरा, जिला-मुरैना ने बताया कि उसने वर्ष-2006 में 10 वीं की परीक्षा दी थी और उसके बाद 2010 में 12 वीं की परीक्षा पास की। उसके बाद वर्ष 2008-09 में वह 12 वीं की परीक्षा में फेल हो गया था।
चार साल में पहुंचा द्वितीय सेमेस्टर में
प्रथम सेमेस्टर में दो बार फेल होने के बाद वह दूसरे सेमेस्टर में ही पहुंच सका। जबकि उसके साथ के छात्र फाइनल सेमेस्टर में पहुंच गए हैं। प्रताप सिंह चौधरी ने बताया कि उसके गांव का रामलखन चौधरी बिना परीक्षा के ही पास करवा देता था। उसके दूर के रिस्तेदार रामलखन ने कहा था कि पढ़ाई करने से पीएमटी में सिलेक्ट नहीं होतेे। जो ढाई लाख रूपए देता है वही सिलेक्ट होता है। उसके बाद प्रताप ने बताया कि उसने खाली फार्म और दो फोटो रामलखन को दिये और एडवांस में करीब एक लाख रूपये दिये। रामलखन ने फार्म में सेन्टर रीवा भरा जहां पर मुझे परीक्षा के लिए नहीं जाना पड़ा। उसने किसी सॉल्वर की सहायता से मुझे पास कराया। काउंसिंलिगं के बाद उसने शेष बचे पैसे भी रामलखन को दे दिए।

कॉलेज बदलने के लिए दिए थे 35 हजार रूपए
प्रताप ने बताया कि उसका एडमीशन एमजीएम मेडीकल कॉलेज इंदौर में हुआ था। वह गजराराजा मेडीकल कॉलेज में आना चाहता था। इस हेतु गजराराजा मेडीकल कॉलेज के दलालों से मिला और उनके माध्यम से 35 हजार रूपये देकर अपना स्थानान्तरण इंदौर मेडीकल कॉलेज से ग्वालियर मेडीकल कॉलेज में करा लिया। यहां दलाल सक्रिय हैं। प्र्रताप ने बताया कि ऐसे कई छात्र जो दलालों से अपना स्थानान्तरण करवाते हैं। स्थानान्तरण में पचास हजार रूपए तक खर्च हो जाते हैं।

स्थानान्तरण करा कर बचना चाहता था छात्र
प्रताप ने बताया कि स्थानान्तरण के दौरान मूल दस्तावेज इंदौर कॉलेज में ही रह गये थे जिसके कारण नये कॉलेज में फर्जी छात्र की जानकारी नहीं रहती थी और जॉच में भी फर्जी छात्र बच जाते थे।

छोटे से गांव में बने कई डॉक्टर
ग्राम रामचन्द्र के पुरा जैसे छोटे से गांव से मुकेश जाटव जो कि वर्ष 2008 बैच का गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय का छात्र है। उसकी ग्वालियर एसआईटी को पिछले काफी समय से तलाश है। हरेन्द्र चौधरी पुत्र विजय सिंह चौधरी वर्ष 2011 बेच का रीवा मेडीकल कॉलेज का छात्र है और रामलखन चौधरी पुत्र गिरवर लाल जाटव भी भोपाल मेडीकल कॉलेज में वर्ष 2009 का छात्र है। ग्वालियर पुलिस ने हरेन्द्र और रामलखन जाटव के संबंध में रीवा एसआईटी व भोपाल एसआईटी को पत्र लिखा है। 

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