प्रदेश में पहले चरण का चुनाव कल, 9 संसदीय क्षेत्रों में 144 करोड़ वोटर करेंगे 118 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला

भोपाल। मध्यप्रदेश में 16वीं लोकसभा के लिये होने जा रहे लोकसभा चुनाव का पहला चरण कल गुरुवार 10 अप्रैल को होगा। पहले चरण के 9 संसदीय क्षेत्रों में होने वाले लोकसभा निर्वाचन के लिये 118 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपना भाग्य आजमायेंगे।
पहले चरण में 9 संसदीय क्षेत्र सतना, रीवा, सीधी, शहडोल, जबलपुर, मण्डला, बालाघाट, छिन्दवाड़ा और होशंगाबाद में 16 हजार 592 मतदान केन्द्र पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा। पहले चरण के निर्वाचन के लिये सभी 9 संसदीय क्षेत्रों में तैयारियाँ पूर्ण कर ली गई हैं। बालाघाट सहित अन्य क्षेत्रों में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था कर ली गई है। जिन संसदीय क्षेत्र में चुनाव होने हैं, उनमें 7 सामान्य और 2 मण्डला एवं शहडोल अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिये आरक्षित हैं।
कहां कितने मतदाता
संसदीय क्षेत्र पुरूष महिला अन्य कुल मतदाता
सतना 770477 685444 24 1455945
रीवा 819352 721765 0 1541117
सीधी 915029 820101 42 1735172
शहडोल 806738 754259 47 1561044
जबलपुर 897207 813495 75 1710777
मण्डला 925823 898368 21 1824212
बालाघाट 822378 807007 22 1629407
छिन्दवाड़ा 721130 679678 22 1400830
होशंगाबाद 834616 732314 26 1566956
कुल 7512750 6912431 279 14425460
नौ संसदीय क्षेत्र में 4 विभिन्न प्रकार के प्रेक्षक चुनाव व्यवस्था पर निगरानी रख रहे हैं। इनमें सामान्य प्रेक्षक 10, निर्वाचन व्यय प्रेक्षक 9, एक पुलिस प्रेक्षक (बालाघाट) और 2426 माइक्रो आब्जर्वर शामिल हैं। इन संसदीय क्षेत्रों में एक लाख 32 हजार 736 मतदान कर्मी निर्वाचन संपन्न करवायेंगे।
पहले चरण के 9 संसदीय क्षेत्र में 118 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। बालाघाट संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक 16 तथा सबसे कम 8 उम्मीदवार होशंगाबाद से चुनाव लड़ रहे हैं। अन्य संसदीय क्षेत्रों में सतना, रीवा, सीधी, शहडोल में 14-14, जबलपुर में 15, मण्डला में 10 और छिन्दवाड़ा में 13 उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में इन्हीं संसदीय क्षेत्र में 136 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे थे।
पहले चरण के निर्वाचन में राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त 6 राजनैतिक दल के अलावा 22 अन्य रजिस्टर्ड राजनैतिक दल के उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं। इनके अलावा 36 निर्दलीय उम्मीदवार भी अपना भाग्य आजमायेंगे। पहले चरण में भारतीय जनता पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और इण्डियन नेशनल कांग्रेस के 9-9, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इण्डिया के 2, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इण्डिया (माक्र्सवादी-लेनिनिस्ट) का एक उम्मीदवार चुनाव लड़ रहा है।
पंजीबद्ध अन्य राजनैतिक दलों में आम आदमी पार्टी के 9, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के 8, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के 5, बहुजन मुक्ति पार्टी के 4, अम्बेडक्राइट पार्टी ऑफ इण्डिया, छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच और समाजवादी पार्टी के 3-3, अपना दल, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इण्डिया (ए) के 2-2 तथा बहुजन संघर्ष दल, भारतीय सत्य संघर्ष पार्टी, भारतीय श्रमिक दल सोशलिस्ट, दलित विकास पार्टी (भारत), इण्डियन यूनियन मुस्लिम लीग, जय महाभारत पार्टी, मायनॉरटीज डेमोक्रेटिक पार्टी, नेशनल पीपुल्स पार्टी, नया दौर पार्टी, राष्ट्रीय अपना दल, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इण्डिया (खोबरागड़े), समता पार्टी और समता समाधान पार्टी के एक-एक उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे हैं।
पहले चरण में चुनाव लड़ रहे 36 निर्दलीय उम्मीदवार में सबसे अधिक 6 जबलपुर संसदीय क्षेत्र में शामिल हैं। इसके अलावा सतना, रीवा, छिन्दवाड़ा में 5-5, सीधी, शहडोल में 4-4, बालाघाट, होशंगाबाद में 3-3 और मण्डला में मात्र एक निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरा है।
नौ संसदीय क्षेत्र में 9 महिला उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में उतरी हैं। इनमें सर्वाधिक 4 महिला उम्मीदवार बालाघाट संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लडऩे जा रही हैं। इनमें इण्डियन नेशनल कांग्रेस से सुश्री हिना लिखीराम कांवरे, समाजवादी पार्टी से श्रीमती अनुभा मुंजारे, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इण्डिया (ए) से डॉ. असरा अंजुम फारूखी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से श्रीमती हीरासन उइके शामिल हैं।
सीधी संसदीय क्षेत्र में 3 महिला उम्मीदवार लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं। इनमें भारतीय जनता पार्टी की सुश्री रीति पाठक, राष्ट्रीय अपना दल की श्रीमती आशा सिंह और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इण्डिया (माक्र्सवादी-लेनिनिस्ट) की सुश्री उर्मिला सम्मिलित है। अन्य महिला उम्मीदवारों में शहडोल से इण्डियन नेशनल कांग्रेस की श्रीमती राजेश नंदिनी सिंह और होशंगाबाद से आम आदमी पार्टी की सुश्री माया विश्वकर्मा शामिल हैं। जबकि वर्ष 2009 में हुए लोकसभा निर्वाचन में इन संसदीय क्षेत्रों में 8 महिला उम्मीदवार ने चुनाव लड़ा था।
पहले चरण के 9 संसदीय क्षेत्र में 118 उम्मीदवारों में से अपना सांसद चुनने के लिये एक करोड़ 44 लाख 25 हजार 460 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। मतदाताओं में 75 लाख 12 हजार 750 पुरुष, 69 लाख 12 हजार 431 महिला एवं 279 अन्य शामिल है। इन्हीं में 18-19 आयु वर्ग के 4 लाख 44 हजार 82 मतदाता भी शामिल हैं, जिनमें 2 लाख 60 हजार 525 पुरुष एवं एक लाख 83 हजार 538 महिला और 19 अन्य सम्मिलित हैं। वहीं 20-29 आयु वर्ग के 44 लाख 54 हजार 703 युवा मतदाताओं में पुरुष 23 लाख 99 हजार 161 और 20 लाख 55 हजार 430 महिला मतदाता एवं 112 अन्य शामिल हैं।
पहले चरण के मतदाताओं में 10 हजार 103 सर्विस वोटर और दो एनआरआई मतदाता भी शामिल है। मण्डला ऐसा संसदीय क्षेत्र है जहाँ सर्वाधिक 18 लाख 24 हजार 212 मतदाता हैं, जबकि सबसे कम 14 लाख 830 मतदाता छिन्दवाड़ा में हैं।
पहले चरण में मतदान के लिये 16 हजार 592 मतदान केन्द्र स्थापित किये गये हैं। सभी मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की सुविधा के लिये पेयजल, छाया, रैम्प, बिजली आदि का इंतजाम किया गया है। सर्वाधिक 2334 मतदान केन्द्र मण्डला संसदीय क्षेत्र में रहेंगे। इसके अलावा सतना में 1567, रीवा में 1635, सीधी में 1863, शहडोल में 1850, जबलपुर में 1814, बालाघाट में 1873, छिन्दवाड़ा 1704 और होशंगाबाद में 1952 मतदान केन्द्र स्थापित किये गये हैं। इनमें सहायक मतदान केन्द्र भी शामिल हैं।
पहले चरण के निर्वाचन में 20 हजार 341 बैलेट यूनिट (बीयू) और 18 हजार 281 कन्ट्रोल यूनिट (सीयू) का उपयोग होगा। इनमें 10 प्रतिशत आरक्षित ईव्हीएम भी शामिल हैं। सभी ईव्हीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) को लेकर तैयारियाँ पूर्ण कर ली गई हैं। ईव्हीएम पर उम्मीदवारों के नाम भी चस्पा कर दिये गये हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच ईव्हीएम को स्ट्रांग रूम में रखा गया है। दूसरे रेण्डमाइजेशन के बाद मतदान के दिन सुबह 6 बजे मॉक पोल होगा। रेण्डमाइजेशन और मॉक पोल राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया जायेगा।
सभी 9 संसदीय क्षेत्र में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था रहेगी। नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में हेलीकॉप्टर से निगरानी रखी जायेगी। सूचना तंत्र के लिये पुलिस और निर्वाचन अमले द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी और अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जायेगा। अंतर्राज्यीय सीमाओं से जिलों को जोडऩे वाली सीमा पर भी कड़ी चौकसी एवं नाकाबंदी की गई है। बालाघाट में पुलिस प्रेक्षक सघन दौरा करेंगे। नौ संसदीय क्षेत्रों में सेन्ट्रल आम्र्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) की 107 कम्पनी और एसएएफ की 48 कम्पनी तैनात होंगी।
इसके अलावा 1912 पुलिस अधिकारी, 13 हजार 533 प्रधान आरक्षक/कांस्टेबल, 8 हजार 936 होमगार्ड और 16 हजार 591 विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) भी तैनात होंगे। इन क्षेत्रों के सीमावर्ती राज्यों को भी मतदान दिवस के पूर्व से ऐहतियात बरतने के निर्देश दिये गये है। अन्य राज्यों से जोडऩे वाली सीमाओं को नाकाबंदी के जरिए सील कर दिया गया है। दूसरे राज्य से आवाजाही पर कड़ी नजर रखी जा रही है। अवैध शराब, धनराशि आदि का परिवहन न हो सके ऐसे निर्देश सीमावर्ती राज्यों के जिलों को दिये गये है। फ्लाइंग स्क्वाड टीम, एस.एस.टी.और क्यू.आर.टी.(क्विक रिस्पांस टीम) की गतिशीलता भी बढ़ा दी गई है।