बरसे बदरा, सड़कें जलमग्न, फसलों को नुकसान

शहर सहित जिले भर में ओलों के साथ बरसे बदरा

मुरैना । बुधवार की रात को चने के आकार के ओलों ने मौसम का मिजाज बदल दिया। गुरुवार को फुहारों से शुरू हुआ बारिश का क्रम शनिवार को जारी रहा। शनिवार की सुबह 7 बजे से बादलों का बरसना शुरू हुआ तो लगातार 4 घंटे तक बारिश का यह सिलसिला जारी रहा। बारिश ने शहर की सड़कों को पानी से लबालब कर दिया। दोपहर बाद तेज धूप खिली तो मौसम खुशगवार हो गया। बेमौसम बारिश ने किसानों की खलिहानों में रखी फसलों को गीला कर दिया, जिससे फसलों में नुकसान होने की संभावनाएं हंै।
अप्रैल माह की शुरूआत के साथ ही बढ़ते पारे पर बुधवार से शुरू हुई बादलों की आवाजाही ने ब्रेक लगा दिया था। बुधवार की रात को ओलावृष्टि और गुरुवार को गिरी रिमझिम फुहारों ने अंचल में मौसम का मिजाज बदल दिया। शनिवार की सुबह पूर्वी हवाओं के साथ 7 बजे से बादलों के बरसने का दौर शुरू हुआ। जिसके बाद लगातार 4 घंटे तक बादलों के बरसने का यह क्रम जारी रहा। चार घंटे की झमाझम से शहर की सड़कें पानी से लबालब हो गर्इं।
दोपहर बाद खिली धूप
पूर्वान्ह 11 बजे बारिश का दौर थमा। जिसके बाद सूर्यदेव ने दर्शन दिए। दोपहर बाद खिली तीखी धूप ने लोगों को फिर से गर्मी का अहसास कराना शुरू कर दिया।
अंबाह, पोरसा में भी हुई बारिश
शहर के साथ शनिवार की सुबह तंवरघार के अंबाह और पोरसा में भी बादलों के बरसने का क्रम जारी रहा।
पोरसा में तीन घंटे तो वहीं अंबाह में ढाई घंटे की बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया।
जौरा, कैलारस, सबलगढ़ में भी झमाझम
शनिवार को बादलों के बरसने का क्रम अंचल के जौरा, कैलारस और सबलगढ़ में भी देखने को मिला। जौरा में आधा घंटे और कैलारस में डेढ़ घंटे बारिश होने की खबरें हैं। वहीं सबलगढ़ में दो घंटे की बारिश ने मौसम के तेवरों को बदल दिया।

खलिहान में रखी गेहूं की फसलों में नुकसान
अंचल में देर से बोवनी करने वाले किसान गेहूं की फसलों की कटाई में लगे हंै। बुधवार की रात को ओलावृष्टि के बाद किसानों ने कटाई के कार्य मेें तेजी लाई, और फसलों को खलिहान तक पहुंचा दिया। शनिवार को हुई बारिश ने खलिहानों में रखी फसलों को गीला कर दिया। बारिश से गेहंू की फसल में नुकसान होने की संभावनाएं बताईं जा रही हंै।

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