जनमानस
आप पार्टी या अराजक पार्टी?
दूरदर्शन पर, आप पार्टी की गुण्डागर्दी देखकर, सारे देश का सभ्य समाज स्तब्ध और हैरान है। आश्चर्यजनक यह इसलिए नहीं है, कारण इस पार्टी का सबसे बड़ा नेता स्वयं ही स्वीकार करता है कि वह अराजकतावादी है। फिर उसके विचारों के अनुसार चलने वाली, पार्टी और उसके कार्यकर्ता कैसे होंगे। इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है। इन लोगों ने जो गुण्डागर्दी पूरे देश में की है, लोकतंत्र के धवल चेहरे पर, यह काला धब्बा है। सभ्य समाज में ऐसे विनाशकारी कृत्य के लिए कोई स्थान नहीं है। इससे पहले कि इसके विष-वृक्ष की डालें, समूचे देश को दूषित-विषाक्त करें, सामाजिक बहिष्कार के साथ ही-चुनाव आयोग समय रहते, इसकी मान्यता समाप्त करे।
शैवाल सत्यार्थी, ग्वालियर