पराजय का दोष मेरे सिर मढऩा गलत: रिशिका

शिवपुरी। नगरीय निकाय चुनाव में केवल शहर में ही नहीं, जिले भर में भाजपा को पराजय का मुंह देखना पड़ा है, जहां पर मेरा कोई दखल नहीं था। ऐसी स्थिति में शिवपुरी नगर पालिका में मिली पराजय का दोष केवल मेरे सिर मढऩा सही नहीं है क्योंकि मेरे ही कार्यकाल में विधानसभा व लोकसभा चुनाव भी संपन्न हुए थे, जिसमें शिवपुरी नगरीय क्षेत्र में भाजपा को शानदार सफलता मिली थी। यह प्रतिक्रिया निवर्तमान नपाध्यक्ष रिशिका अनुराग अष्ठाना की है।
श्रीमती अष्ठाना ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि नगर पालिका चुनाव में मिली पराजय का ठीकरा मेरे सिर पर फोडऩा सरासर गलत है क्योंकि पिछले एक वर्ष में हुए विधानसभा और लोकसभा चुनावों में पार्टी का मुख्य चेहरा बनकर मैंने घर-घर जाकर वोट मांगे थे, जिनमें पार्टी को जबरदस्त जन समर्थन मिला था, जबकि शहर से लगे हुए ग्रामीण क्षेत्रों और कोलारस बदरवास आदि में पार्टी की हार हुई थी। यदि मेरा कहीं विरोध होता तो मेरे कार्यकाल के चार साल बीतने के बाद हुए लोकसभा व विधानसभा चुनाव में भी उसका नकारात्मक असर पड़ता। इस नगर पालिका चुनाव में भी मेरे द्वारा कराए गए गली-मोहल्लों के कार्यों की बदौलत ही पहले से अधिक संख्या में भाजपा के पार्षद जीतकर आए हैं। पिछले कार्यकाल के अधिकांश पार्षद भी अपने वार्डों में चुनाव जीते हैं।
उन्होंने कहा कि अध्यक्ष पद के चुनाव प्रचार में जब मैं गई ही नहीं तो मुझ पर आरोप कैसा? हार के लिए जिम्मेदार वे लोग हैं, जिन्होंने आगे बढ़कर इस चुनाव की कमान संभाली, जिन्होंने सार्वजनिक मंच से अपनी ही पार्टी की नगर पालिका की बुराई की, जिन्होंने पार्टी के नेताओं को चुनाव प्रचार में आने में रोका था। सीवर प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन से धूल की बजह से शहर में आ रही मुश्किल के लिए मुझे दोष देकर जनता को भ्रमित किया गया, जबकि उसकी एजेंसी पीएचई है, जिसने बीच बाजार में एक साल पहले ही सीवर लाइन के लिए सड़क खुदवाकर मुझे बदनाम करने का षड्यंत्र किया गया।
उन्होंने कहा कि जलावर्धन योजना से संबंधित भोपाल में आयोजित बैठक में मुझे कभी भी नहीं बुलाया गया तो इसके लिए मैं कैसे जिम्मेदार हो सकती हूं। उन्होंने कहा कि यह चुनाव यदि किसी नेता विशेष के भरोसे न लड़ते हुए सभी को साथ लेकर लड़ा गया होता और मंच से पिछले कार्यकाल पर आरोप लगाने की बजाय हमारे कार्यकाल की उपलब्धियां लेकर जनता के बीच जाते तो आज नतीजा भाजपा के पक्ष में होता। 

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