दूध मांगने पर मरीज को अस्पताल से बाहर फेंका
मामले ने पकड़ा तूल, कॉलेज प्रबंधन ने बनाई तीन सदस्यीय कमेटी
ग्वालियर। जिंदगी के आखिरी पड़ाव में चल रहे और टीवी जैसी जानलेवा बीमारी का शिकार होकर जयारोग्य अस्पताल के टीवी वार्ड में भर्ती एक बुजुर्ग को सोमवार को यहां पदस्थ डॉक्टरों ने दूध की मांग करने पर मारपीट करते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया। यहंा तैनात ड्यूटी डॉक्टरों ने इस वृद्ध के साथ मारपीट ही नहीं की बल्कि उसे वार्ड से भरी सर्दी में खुले मैदान में पटक दिया। जब इस मामले की शिकायत अस्पताल अधीक्षका के पास पहुंची तो उनके निर्देश के बावजूद भी विभागाध्यक्ष वहां नहीं पहुंचे।
घटना की नाजुकता को भांपतें हुए जयारोग्य अस्पताल अधीक्षिका डॉ.ज्योति बिन्दल ने इस पूरी घटना क ी जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया। कमेटी अपनी जांच रिपोर्ट तीन दिन मेंअधीक्षिका डॉ.ज्योति बिन्दल को सौंपेगी। वहीं इस मामलें में चिकित्सकों का कहना है कि टीवी वार्ड में भर्ती यह बुजुर्ग पिछले दो दिनों से अमानवीय हरकतें कर रहा था। बुजुर्ग की हरकतों से परेशान होकर उसे टीवी वार्ड से डिस्चार्ज किया है न कि उसके साथ मारपीट कर बाहर निकाला गया है।
जानकारी के अनुसार पिछले कई दिनों से जेएएच के टीवी वार्ड में भगवान सिंह उम्र 62 वर्ष भर्ती था। सोमवार को यहां ड्यूटी पर तैनात जूनियर डॉक्टरो ने पलंग नंबर तीन पर भर्ती भगवान दास के साथ मारपीट कर वार्ड से उसे बाहर निकाल दिया। भगवान सिंह ने यहां पदस्थ चिकित्सकों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए बताया कि मुझे यहां पर पदस्थ जूनियर डॉक्टरों ने मेरे साथ मारपीट की और मुझे सामान सहित बाहर पटक दिया। वहीं यहां पदस्थ डॉक्टरों का कहना था कि भगवान सिंह की टीवी रोग के साथ ही मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है। भगवान सिंह ने बीती रात जमकर हंगामा किया था, साथ ही यहां मौजूद पैरा मेडीकल स्टाफ को भी जमकर गालियां दीं थी। हमने भगवान सिंह को मानसिक आरोग्य शाला के लिए रैफर कर टीवी वार्ड से डिस्चार्ज किया है न कि उसके साथ मारपीट कर बाहर निकाला है।
''मरीज द्वारा मेल नर्स के साथ डण्डे से मारपीट की गई और जिस दिन से वह अस्पताल में भर्ती हुआ है उसी दिन से चिकित्सकों के साथ अभद्रता कर रहा है। इसलिए आज मरीज को डिस्चार्ज कर मैं बाहर निकल आया था। उसके बाद मरीज के परिजन बेबुनियाद आरोप लगा रहे है। ''
डॉ. केके तिवारी
विभागाध्यक्ष, टीवी वार्ड जयारोग्य अस्पताल
''वार्ड के स्टॉफ व मरीज द्वारा शिकायत की गई है। उसकी जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। उसकी जांच रिपोर्ट आने पर ही मामले का पता चलेगा।''
डॉ. ज्योति बिन्दल
अधीक्षिका जयारोग्य अस्पताल