असम में उग्रवादियों के हमलों में मृतकों की संख्या 62 हुई

गुवाहाटी | असम के सोनितपुर और कोकराझार जिलों में एनडीएफबी-एस धड़े के संदिग्ध बोडो उग्रवादियों द्वारा किए गए हमलों में मृतकों की संख्या आज 62 तक पहुंच गयी है और केंद्र ने अतिरिक्त बलों को राज्य के लिए रवाना कर दिया है।
सोनितपुर की पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंड ऑफ बोडोलैंड ( एनडीएफबी ) के सोंगबिजित धड़े से जुड़े और भारी हथियारों से लैस उग्रवादियों द्वारा ‘आदिवासियों’ पर कल किए गए हमले में मैईतालु में 30 और कोकराझार जिले के जंगल में छह लोग मारे गए। कोकराझार के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार ने कहा कि कोकराझार में पाखिरीगुरी में पांच लोग और 12 अन्य लोग इसी जिले के उल्टापानी में मारे गए।
असम पुलिस के प्रवक्ता राजीव सैकिया ने बताया कि सोनितपुर जिले के चार पुलिस थानों के तहत आने वाले क्षेत्रों में बीती रात से कर्फ्यू लगा है । जिस स्थान पर यह घटनाएं हुई हैं वह असम और अरूणाचल प्रदेश के बीच अंतरराज्यीय सीमा के काफी करीब पड़ता है। आज दिन में असम का दौरा करने जा रहे केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने उन्हें हालात की जानकारी दी है और केंद्र द्वारा जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने दिल्ली में कहा, ‘ मैं आज असम जाउंगा और हालात की समीक्षा करूंगा। जो भी जरूरी कार्रवाई होगी, हम करेंगे ।’ गृह राज्य मंत्री किरेन रिजीजू ने बताया कि केंद्र असम की अपील पर केंद्रीय बलों की 50 कंपनियां ( पांच हजार जवान) भेज रहा है।
उन्होंने कहा, ‘ यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस प्रकार की हिंसा हुई जबकि हम पहले ही यह संदेश दे चुके हैं कि हिंसा और विकास साथ-साथ नहीं चल सकते।’ मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने कहा कि उन्होंने वरिष्ठ मंत्रियों नीलमणि सेन डेका और बसंत दास को कोकराझार तथा राकीबुल हुसैन , पृथ्वी माझी तथा तंका बहादुर राय को सोनितपुर जिले का दौरा करने का निर्देश दिया है।
एनडीएफबी-एस धड़े के बोडो उग्रवादियों द्वारा किए गए श्रृंखलाबद्ध हमलों के मद्देनजर केंद्र अर्धसैन्य बलों के 5000 जवानों को असम भेज रहा है। उग्रवादियों द्वारा किए गए इन हमलों में 62 लोग मारे गए हैं। आज असम के दौरे पर जा रहे गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री तरूण गोगोई ने उन्हें स्थिति की जानकारी दी है और केंद्र हर जरूरी कार्रवाई करेगा।
राज्य के गृहमंत्री किरेन रिजीजू ने कहा,‘‘यह हमला ऐसी स्थिति में किया गया है, जबकि इसकी उम्मीद भी नहीं थी। यह हमला निर्दोष लोगों पर किया गया हमला है और जिस स्थान पर हमला किया गया, वह जगह बेहद सुदूर और ग्रामीण इलाके में है।’ मंत्री ने कहा कि असम सरकार ने केंद्र से केंद्रीय बलों की 50 कंपनियां भेजने का अनुरोध किया है। इन कंपनियों को एकजुट किया जा रहा है और इन्हें ‘तत्काल ही भेज दिया जाएगा।’ इन बलों की एक कंपनी में लगभग 100 जवान होते हैं।
रिजीजू ने कहा कि अर्धसैन्यबलों और यहां सैन्य प्रतिष्ठान के शीर्ष अधिकारियों के साथ मुलाकात के बाद दोपहर में वह गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ असम जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘मैं कहना चाहूंगा कि इस तरह की हिंसा का होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम पहले ही यह संदेश भेज चुके हैं कि हिंसा और विकास साथ-साथ नहीं चल सकते।’
रिजीजू ने कहा, ‘अगर हम पूर्वोत्तर को विकसित करना चाहते हैं तो शांति कायम होना जरूरी है। शांति और विकास को एक दूसरे से अलग नहीं किया जा सकता।’ रिजीजू ने कहा कि अशांत इलाकों में सुरक्षा बल पहले ही अपने काम में लगे हैं।
रिजीजू ने कहा, ‘यह (हिंसा) उस समुदाय को बहुत नुकसान पहुंचा रही है, जिसके प्रतिनिधित्व का ये :उग्रवादी संगठन: दावा करते हैं। यह एक निर्थक लड़ाई है।’ पुलिस के अनुसार, नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड के सोंगबजीत धड़े द्वारा ‘आदिवासियों’ पर कल किए गए हमले में सोनितपुर जिले में 36 और कोकराझार में 17 लोग मारे गए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे कायराना हरकत बताते हुए निर्दोष लोगों की हत्याओं की कड़ी निंदा की थी और उन्होंने गोगोई से बात भी की थी। प्रधानमंत्री ने बीती रात ट्वीट किया था, ‘ हमारी संवेदना मृतकों के परिजनों के साथ है।’ दिल्ली में कैबिनेट ने आज असम में आदिवासियों पर किए गए इस ‘कायराना’ हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
