जनमानस
आतंकी की कोई जाति नहीं होती
पाक को अब समझ में आ रहा होगा, कि आतंकी की कोई जाति नहीं होती, अपराधी सिर्फ अपराधी होता है। उसे किसी प्रकार का सहयोग नहीं होना चाहिए। पाक के आर्मी स्कूल में आतंकवादियों ने हमला बोल कर 141 लोगों को मौत की नींद सुला दिया, जिसमें अधिकांश मासूम बच्चों की हत्या की गई है।
अब पाक को यह बात समझ लेनी चाहिए कि जहरीले नागों को दूध पिला, पोषण देने का मतलब खुद की मौत को आमंत्रण देना नहीं तो और क्या कहा जाएगा? भारत के खिलाफ आतंकवादियों को पनाह देने वाला पाक आज खुद खून के आंसू बहाने को मजबूर है। आतंकी बेलगाम होकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहे हैं और पाक लाचार खड़ा है। पाक में हुई आतंकी घटना विश्व मानवता को शर्मसार करने वाली कायरतापूर्ण बर्बर कार्यवाई है। इसे किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता, पाक को चाहिए कि अब भी अपनी आंखें खोल कर, आतंक के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करें, आवश्यकता पडऩे पर भारत की मदद मांग सकता है।
तहरीके तालिबान ने घटना की जिम्मेदारी ली है। पाक को युद्ध स्तर पर आतंकबाद विरोधी मुहिम छेडऩी चाहिए।
वीरेन्द्र सिंह विद्रोही, ग्वालियर