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रसोई घर ढहे, खुले में बन रहा मध्याह्न भोजन

वर्ष 2007 में सबलगढ़ के विद्यालयों में हुआ था निर्माण

मुरैना/सबलगढ। नगरपालिका द्वारा शासकीय विद्यालयों में बनवाए गए किचिन शैड गुणवत्ताहीन निर्माण के चलते धराशायी हो गए है। जिसके चलते रसोईया स्कूल भवन के बाहर खुले स्थान तो कहीं कक्षों में ही भोजन पका रहे हैं। वर्ष 2007 में मध्यान्ह भोजन के लिए शासन द्वारा विद्यालयों में किचिन शेड निर्माण के लिए स्वीकृति दी थी। सबलगढ़ नगर के विद्यालयों में किचिन शेड का निर्माण नगरपालिका के माध्यम से कराया गया। भ्रष्टाचार और मॉनीटरिंग के अभाव में निर्माण के दौरान अनियमितताऐं बरती गई, नतीजतन कुछ किचिन शेड निर्माण के दौरान ही ढह गए तो कुछ निर्माण के चंद महीनों बाद धराशायी हो गए।

प्राथमिक विद्यालय कूलबरोही
वर्ष 2008 में किचिन शेड का निर्माण शुरू हुआ। लेकिन निर्माण पूरा होने से पहले ही एक ओर की दीवार ढह गई। ठेकेदार ने पुन: निर्माण नहीं किया और मटेरियल को भी भरकर ले गया। वर्तमान में मध्यान्ह भोजन विद्यालय के कक्ष में पकाया जा रहा है।

प्राथमिक विद्यालय का टीनशैड
विद्यालय में बनाए गए टीन शेड की दीवार निर्माण के कुछ समय बाद ढह गई। प्रधानाध्यापक द्वारा निर्माण को लेकर कई बार शिकायत की है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। विद्यालय के रसोईया भोजन खुले स्थान पर बनाने को मजबूर है।

इनका कहना है...
निर्माण के दौरान ही हमारे विद्यालय का किचिन शेड गिर गया था, किचिन शेड के स्थान पर कुछ पत्थर पड़े हुए हंै, मध्यान्ह भोजन कमरे में पकाया जा रहा है।
शौकत खान
शिक्षक, कूलबरोही
दीवार गिरने के बाद किचिन शेड का दुबारा निर्माण नहीं हुआ है, जिसके कारण मध्यान्ह भोजन खुले स्थान पर बन रहा है।
सुरेन्द शर्मा
प्रधानाध्यापक, प्रावि टीनशेड
किचिन शेडों का निर्माण नगरपालिका द्वारा कराया गया था, इस बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है।
एसएस कुशवाह
बीआरसी, सबलगढ़

Updated : 6 Nov 2014 12:00 AM GMT
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