प्रधानमंत्री ने उठाया आतंकवाद का मुद्दा, कहा-26/11 हमले की पीड़ा आज तक है

प्रधानमंत्री ने उठाया आतंकवाद का मुद्दा, कहा-26/11 हमले की पीड़ा आज तक है
X

काठमांडू । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सार्क सम्मेलन में आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए सभी से आह्वान किया कि इससे मिलकर लड़ें। उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि हम पास-पास नहीं साथ-साथ भी हों तभी ताकत बन सकेंगे। 26/11 का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि इस हमले को याद करके बहुत दुख होता है। 26/11 की पीड़ा आज तक है। मोदी ने काठमांडू में हो रहे 18वें सार्क सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि एकजुटता का नया उदय देख रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं दोबारा काठमांडू आकर खुश हूं। उन्होंने इस दौरान सभी सार्क सहयोगियों का आभार जताया और कहा कि यह मेरा पहला सार्क सम्मेलन है। उन्होंने अफगानिस्तान के नये राष्ट्रपति का भी स्वागत किया और शानदार आयोजन के लिए नेपाल का आभार जताया।
मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि सार्क देशों के सामने एक जैसी चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा कि सार्क देश एक दूसरे से काफी कुछ सीख सकते हैं। उन्होंने रेल, रोड़ और बिजली क्षेत्र में और काम करने की जरूरत बताई। उन्होंने इस दौरान सार्क देशों के साथ भारत की ओर से किये गये कुछ व्यापार समझौतों का भी जिक्र किया। अंग्रेजी में दिये अपने धारा प्रवाह भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा कि सार्क देशों के साथ भारत के संबंध गहरे हो रहे हैं।
मोदी ने कहा कि दक्षिण एशिया क्षेत्र में विकास गति काफी धीमी है। उन्होंने कहा कि हमारे बीच सिर्फ 10 फीसदी व्यापार होता है जिसे बढ़ाने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने व्यापार नियमों को भी सरल बनाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि ढांचागत सुविधाओं को बढ़ाना मेरी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने सार्क देशों के बीच संपर्क माध्यमों को बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने भारत की ओर से सार्क देशों को तीन से पांच साल का वीजा प्रदान करने का ऐलान किया। उन्होंने सार्क देशों में वीजा की जगह बिजनेस ट्रैवलर कार्ड का सुझाव दिया। क्षेत्र में पयर्टन को बढ़ावा देने का सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र की आर्थिक तरक्की में बड़ा योगदान देगा।
मोदी ने कहा कि बेघर लोगों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, ''भारत हर चुनौती से लड़ने में मदद करने को तैयार है, हमें अपनी जिम्मेदारियों से पीछे नहीं भागना चाहिए।'' उन्होंने ऐलान किया कि सार्क देशों को तुरंत मेडिकल वीजा दिया जायेगा। दक्षिण एशिया के लिए 5इन1 टीकाकरण का भी उन्होंने सुझाव दिया। उन्होंने 2016 में सार्क सैटेलाइट लांच करने का भी ऐलान किया। उन्होंने सार्क देशों से कहा कि भारत का आपदा प्रबंधन आप सभी के लिए उपलब्ध है।

Next Story