पूरे दमखम से वापसी करेगी कांग्रेस पार्टी : मणिशंकर अय्यर

पूरे दमखम से वापसी करेगी कांग्रेस पार्टी : मणिशंकर अय्यर
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मेलबर्न | कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने उम्मीद जताई है कि आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी एक बार फिर वापसी करेगी और इसके दोनों शीर्ष नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी पार्टी इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
कांग्रेस का भविष्य खत्म होने जैसी अटकलें खारिज करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भविष्य तो पार्टी के 129 साल के इतिहास में लिखा है जो पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ता रहा। उन्होंने कहा कि हमारे पास एक ऐसी मां हैं जो पार्टी अध्यक्ष हैं और पुत्र पार्टी उपाध्यक्ष हैं तथा पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें ही काम करना है। अय्यर ऑस्ट्रेलिया इंडिया इंस्टीट्यूट (एआईआई) की ओर से आयोजित सार्वजनिक व्याख्यान में शामिल होने आए थे।
उन्होंने बताया कि पहले भी बदलाव सुचारू रूप से होता आया है और पुरानी पीढ़ी के पास कुछ पद बरकरार रहते थे जबकि नई पीढ़ी को अन्य पद दिये जाते थे। उन्होंने बताया कि ऐसी स्थिति पैदा नहीं की जा सकती जिसमें कांग्रेस के लिए काम करने वाले को निकाला जाए और ऐसे लोगों को महत्वपूर्ण पद दिए जाएं जिन्होंने पार्टी के लिए काम न किया हो। उन्होंने बताया कि नई पीढ़ी और पुरानी पीढ़ी दोनों के ही ‘बुद्धिकौशल के संगम’ के साथ काम करना होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सोनिया गांधी और उनके पुत्र काम कर रहे हैं। एक बार यदि कांग्रेस पार्टी गतिरोध से उबरती है तो हम आगे बढ़ जाएंगे।
अय्यर ने माना कि पिछले चुनाव में कुल सीटों में से मुश्किल से 20 प्रतिशत सीटों पर ही जीत दर्ज करने के कारण पार्टी वाकई में सदमे में थी। उन्होंने कहा कि पार्टी आत्म निरीक्षण की स्थिति में थी और चर्चा अब तक जारी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि किसी भी हालात में हम जो भी कर सके वह बहुत कम था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास अपने दम पर मिला बहुमत है। फिलहाल कांग्रेस बेहद शांतचित्त मनोस्थिति में है और आत्मनिरीक्षण की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने बताया कि पार्टी की अंतिम योजना और कार्रवाई पर फिलहाल काम चल रहा है। पार्टी नेतृत्व इसका खुलासा अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की बैठक में करेगा तथा समग्र चर्चा की जाएगी। अय्यर ने बताया कि कांग्रेस पार्टी मुस्लिम तुष्टिकरण की अपनी छवि के खिलाफ जरूर लड़ेगी।
उन्होंने बताया कि घरेलू और विदेश नीतियों में इस तरह की गलतफहमी के खिलाफ लड़ना होगा तथा इसके लिए असाधारण तौर पर धर्मनिरपेक्ष सक्रियता की जरूरत होगी। अय्यर ने बताया कि मुझे सद्भावना अभियान पसंद है जिसे हमने कुछ वषरें पहले शुरू किया था और यदि इसमें मेरी कोई भूमिका हो सकी तो मैं जरूर इसे करना चाहूंगा। एक वरिष्ठ नेता के तौर पर उनका राहुल गांधी को संदेश क्या होगा, इस पर अय्यर ने बताया कि उन्हें उनके पिता द्वारा शुरू किए गए कार्यों को फिर से शुरू करना चाहिए ताकि शीर्ष स्तर पर स्पष्ट नेतृत्व सुनिश्चित हो सके। उन्हें खुल कर सामने आना चाहिए और मीडिया तथा सार्वजनिक मंचों पर मुखर बनना चाहिए।

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