भारतीय-अमेरिकी महिला को न्याय मंत्रालय में अहम पद

वाशिंगटन | भारतीय मूल की अमेरिकी महिला वनिता गुप्ता को अमेरिकी न्याय मंत्रालय के नागरिक अधिकार प्रभाग का प्रमुख नियुक्त किया गया है। अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन की शीर्ष वकील गुप्ता इस पद पर नियुक्त की जाने वाली पहली दक्षिणी एशियाई हैं।
राष्ट्रपति बराक ओबामा आगामी महीनों में नागरिक अधिकारों के सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में स्थायी तौर पर कार्य करने के लिए गुप्ता को नामित कर सकते हैं। गुप्ता को प्रमुख उपसहायक अटॉर्नी जनरल और नागरिक अधिकारी प्रभाग की कार्यकारी सहायक अटॉर्नी जनरल बनाए जाने की घोषणा के बाद अटॉर्नी जनरल एरिक होल्डर ने कहा कि वनिता ने अपना पूरा करियर यह सुनिश्चित करने में लगा दिया है कि हमारे देश में सभी के लिए समान न्याय का वादा पूरा हो सके।
गुप्ता ने मोली मोरान की जगह ली है। वे प्रमुख उप सहायक अटॉर्नी जनरल बनेंगी। वे 20 अक्टूबर को अपना प्रभार संभालेंगी।
होल्डर ने कहा कि वनिता ने नागरिक अधिकार वकील के तौर एक पथप्रदर्शक की भूमिका निभाई है। उन्हें आम सहमति बनाने वाली और लोगों को जोड़ने वाली शख्सियत के रूप में भी जाना जाता है। वे मतभेदों को मिटाने और गठबंधन बनाकर प्रगति की ओर बढ़ने में दक्ष हैं।
वनिता हाल के समय तक एसीएलयू में उप विधिक निदेशक थीं और संघीय एवं राज्य नीतिगत मुद्दों, आव्रजन एवं आपराधिक न्याय सुधार में उनकी विशेषज्ञता है। वकील के तौर पर वनिता ने अपने करियर की शुरूआत एनएएसीपी लीगल डिफेंस एंड एजुकेशनल फंड के साथ की।
एसीएलयू और एनएएसीपी लीगल डिफेंस फंड के साथ काम करने के अलावा वे न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ में कानून से जुड़े विषय पढ़ा भी चुकी हैं। उन्होंने येल यूनिवर्सिटी और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ लॉ से पढ़ाई की है।

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