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जनमानस

राष्ट्र के दुश्मनों के हुक्म की गुलामी

पाकिस्तान, चीन, अमेरिका के तमाम षड्यंत्र कांग्रेस के जरिए राष्ट्र को डंसते रहे हैं और नई नवेली 'आप' पार्टी का उजला दामन बाहर से कितना भी प्रकाशमान लग रहा हो अन्दर झूठ-फरेब, मक्कारी और साजिशों का विद्यमान बाजार शनै:-शनै: ऊपर आ ही जाएगा। आशुतोष जैसे पत्रकार अपनी कर्तव्य-परायणता में पत्रकारिता की सेवा से राष्ट्र को जाग्रत करने का काम छोड़ते हैं तब आश्चर्य ही होता है। आप के लिए अंधे होने वाले विवेकशून्य ऊंचे कहे जाने वाले लोग कैसे ऊंचे हैं समझ में नहीं आता। देश के गृहमंत्री शिंदे, मनमोहन और दिग्विजय सिंह के घातक मुस्लिम परस्ती बयानों की गंभीरता का ही दुष्परिणाम है कि राष्ट्र के दुश्मन आतंकी दाऊद इब्राहिम की सिफारिश में गृहमंत्री राष्ट्र द्रोह का खतरा भी मोल ले लेते हैं। आर के सिंह ने जो खुलासा किया है और भाजपा के मंच से दिया है तो यह उनकी सुरक्षा संतुष्टि में सही मौके पर आवाज उठाने के कदम पर प्रश्न चिंह लगाने से अब काम चलने वाला नहीं। बेतुके बोल और राष्ट्रद्रोही गंदी राजनीति को अब दंडित करना ही होगा। राष्ट्र के दुश्मनों की हुक्म गुलामी के अपराध से बड़ा अपराध और कोई नहीं हो सकता है। आर के सिंह दोषी हैं या शिन्दे इसकी जांच 24 घंटे में हो जाना चाहिए। फालतू की बहस से क्या मतलब।

हरिओम जोशी, भिण्ड

Updated : 28 Jan 2014 12:00 AM GMT
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