जनमानस
केन्द्र की गैस सब्सिडी से जनमानस परेशान
केन्द्रीय कांग्रेस की सत्ता ने सब्सिडी सीधे आम आदमी के खाते में डालने की तुगलक नीति को, वोट बैंक की खातिर आनन-फानन में लागू करवा दिया है। बैंकों में आधार कार्ड सलग्न खातों में सब्सिडी डाले जाने की कार्रवाई भी नए साल से आरंभ कर दी गई है।
जबकि अधिकाश लोगों के आधार कार्ड ही नहीं बने हैं। उनके बनाने वाले कर्मचारी जनता से लूट खसोट में लगे हैं। मैंने हाल ही में 1389.50 रु. देकर गैस सिलेण्डर खरीदा नियम के मुताबिक दूसरे दिन सब्सिडी की राशि खाते में आ जानी चाहिए थी जो एक सप्ताह बाद मात्र 435 रुपए भेजी गई शेष अब तक नहीं आई है। वास्तव में सब्सिडी 927 रुपए मिलनी चाहिए लेकिन केवल 864.80 रु. मिल रहीहै। ग्राहक को 62.20 रुपए का सीधा घाटा हो रहा है। गैस कम्पनी के अधिकारी एवं डीलर सीधी सच्ची बात करने से कन्नी काट रहे हैं। ग्राहक परेशान हो रहा है। सीधे जनता को लाभ देने के बजाय कांग्रेस अपने विचौलियों को लाभ पहुंचा रही है। कांग्रेस का यह जनता को लाभ देने का फण्डा है अथवा लूटने का फण्डा समझ नहीं आता है। नो सिलेण्डर के बाद एजेंसी पर 1383 रुपए का, और ब्लैक में 1050 का मिल रहा है। वास्तव में इस देश में नियम कायदे से चलने वाला आम आदमी अधिक परेशान होता है जबकि दस नम्बरी लोग मजे उड़ाते हैं। कांग्रेस की तुगलकी नीतियों ने देश की व्यवस्था को चौपट कर दिया है।
कुंवर वी.एस. विद्रोही, ग्वालियर