प्रधानमंत्री के बयान से नाखुश विपक्ष का वॉकआउट

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लोकसभा में देश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति पर दिए गए बयान के तुरंत बाद सदन से से बाहर चले जाने पर प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने कड़ा विरोध व्यक्त किया।
भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने इस पर आपत्ति जताई। तब वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने स्पष्टीकरण दिया कि प्रधानमंत्री को राज्यसभा में भी बयान देना है इसलिए वे लोकसभा से बाहर चले गये। लेकिन प्रधानमंत्री द्वारा विपक्ष की बात सुने बिना लोकसभा से जाने को भाजपा ने विपक्ष का अपमान बताया और सदन से वाकआउट कर गये।
वहीं भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में विपक्ष से सहयोग तो मांगा, लेकिन उनका जो आचरण है उसके कारण विपक्ष चाहकर भी उनका सहयोग नहीं कर पायेगा। सिन्हा ने प्रधानमंत्री के भाषण को निराशाजनक बताया और कहा कि उनके भाषण में कोई नई बात नहीं है, जिससे देश की आर्थिक स्थिति सुधरे। उन्होंने कहा कि सरकार पिछले नौ साल से सिर्फ वादे कर रही है, काम नहीं।