इंडियन मुजाहिदीन का आतंकी यासीन भटकल गिरफ्तार

नई दिल्ली। इंडियन मुजाहिदीन का सरगना यासीन भटकल आखिरकार भारत की गिरफ़्त में आ गया है। यासीन भटकल को भारत-नेपाल से गिरफ्तार कर लिया गया। केंद्रीय गृहमंत्री सुशिल कुमार शिंदे ने भटकल की गिरफ़्तारी की पुष्टि की है। भारतीय खुफ़िया एजंसियों के लिये इसे सबसे बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
गृहमंत्री सुशिल कुमार शिंदे ने भटकल की गिरफ़्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि भटकल को बिहार-नेपाल सीमा से पकड़ा गया। उन्होंने कहा कि जांच के लिये उसे बिहार पुलिस की हिरासत में सौंप दिया गया है। हालांकि उन्होंने भटकल को गिरफ़्तार करने वाली खुफ़िया एजंसी का नाम सार्वजनिक नही किया।
यासिन को एनआईए की टीम ने कर्नाटक पुलिस के साथ मिलकर नेपाल से गिरफ्तार किया है। आईबी और रॉ ने भी उसका पता लगाने में महत्वपुर्ण भुमिका निभाई। दिल्ली पुलिस का विशेष पथक पिछले कई दिनों से भारत-नेपाल सीमा पर निगरानी कर रहा था।
पिछले दिनों अब्दुल करीम टुंडा की गिरफ्तारी के बाद भटकल की गिरफ्तारी को आतंकवाद के खिलाफ भारत की मुहिम के लिये बड़ी उपलब्धि मानी जा रहा है। एनएसए की टीम ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को इस बात की जानकारी दी है।
यासीन भटकल कर्नाटक का रहने वाला है। वह इंडियन मुजाहिदीन के दुसरे संस्थापक रियाज भटकल और इक्बाल भटकल का भाई है। 12 राज्यों की आतंक निरोधक एजेंसियों द्वारा यासीन के खिलाफ दायर आरोप पत्रों के अनुसार वह 2008 से हुए कम से कम 10 बम धमाकों का मास्टरमाइंड रहा है। ये बम धमाके अहमदाबाद (2008), सूरत (2008), जयपुर (2008), नई दिल्ली (2008), बनारस के दशाश्वमेध घाट (2010), बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम (2010), पुणे के जर्मन बेकरी (2011), मुंबई (2011), हैदराबाद (2013) और बेंगलुरु (2013) में हुए थे।
बिहार के बोधगया में महोबोधि मंदिर परिसर में पिछले दिनों हुए नौ बम धमाकों में इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के इस आतंकी भटकल का हाथ होने का संदेह है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इस मामले में जिन 12 आतंकवादियों की तस्वीरें जारी की हैं उनमें आईएम संस्थापकों में से एक यासीन भटकल भी शामिल है। भटकल भाई एनआईए द्वारा जारी किये मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूचि में शामिल है।