जनमानस
बीमारियों का फैलता प्रकोप
बारिश में सारे शहर में गंदगी और कीचड़ से मच्छरों का प्रकोप बढऩे के साथ हर घर बीमारी का घर बन चुका है, शहर को बीमारियों की गिरफ्त में पहुंचाने के लिए नगर-निगम प्रशासन और जनप्रतिनिधि जिम्मेदार हैं, प्रतिदिन औसत 5000 मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार के लिए पहुंचना इस बात का प्रमाण है कि पूरा शहर मौसम जन्य बीमारियों की चपेट में है, लेकिन जिम्मेदार सफाई व्यवस्था सुधारने और कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करवाने के स्थान पर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, बारिश के कारण गड्ढों में पानी जमा है, जिससे मलेरिया सहित अन्य रोगों के कीटाणु जन्म ले रहे हैं, यहीं से बीमारियां फैल रही है। नगर निगम शहर की सफाई व्यवस्था पर प्रतिमाह लाखों खर्च करते हुए सफाई संसाधनों पर बड़ी राशि व्यय कर रहा है। नगर-निगम में शहर की जनता की मेहनत की कमाई का यह इसलिए सीधा-सीधा अपव्यय है, क्योंकि नागरिकों को लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी दूषित वातावरण में ही जीवन बसर करना पड़ रहा है। जिला प्रशासन नगर निगम और जिम्मेदार जनप्रतिनिधि को तत्काल संवेदनशीलता का परिचय देते हुए सजगता और सतर्कता दिखाते हुए बारिश के साथ बरसी आफतों से राहत दिलवाने के लिए युद्ध स्तर पर सफाई अभियान प्रारंभ करना चाहिए।
डॉ. दाऊद पटेल हाशमी, इन्दौर