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यकीन था अंतिम ओवर में 15 रन बना लूंगा: धौनी

यकीन था अंतिम ओवर में 15 रन बना लूंगा: धौनी
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पोर्ट ऑफ स्पेन | टीम जब भी संकट में घिरी होती है तब भारतीय महेंद्र सिंह धौनी अच्छा प्रदर्शन करते हैं और भारतीय कप्तान का मानना है कि मैच को अंजाम तक पहुंचाने के उनके कौशल का उन्हें मिली क्रिकेट की अच्छी समझ से गहरा संबंध है। धौनी ने 52 गेंद में 45 रन की नाबाद पारी खेली जिससे भारत ने श्रीलंका को रोमांचक फाइनल में एक विकेट से हराकर त्रिकोणीय वनडे सीरीज़ जीत ली।
पहले मैच में मांसपेशियों में खिंचाव के कारण बाहर होने के बाद फाइनल में वापसी करने वाले धौनी ने कहा कि मुझे लगता है कि मुझे क्रिकेट की अच्छी समझ मिली है। मुझे पता था कि मैं अंतिम ओवर में 15 रन बना सकता हूं। मुझे खुशी है कि यह काम कर गया।
धौनी ने अंतिम ओवर में भारी बल्ले से खेलने को तरजीह दी क्योंकि यह स्लॉग करने के लिए आदर्श था। श्रीलंका के 202 रन के लक्ष्य को भेदने की कोशिश में जुटे धौनी ने अपने नाबाद 45 में से 16 रन अंतिम ओवर में बनाए।
मैन ऑफ द मैच धौनी ने पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कहा कि मैं भारी बल्ले के साथ खेला क्योंकि वजन स्लॉग करने के लिए आदर्श था। श्रीलंका को 201 रन पर समेटने के बाद भारत ने धौनी की पारी के अलावा रोहित शर्मा के अर्धशतक की मदद से दो गेंद शेष रहते जीत दर्ज की। धौनी ने कहा कि मैदान पर 15 खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और यह हमारे लिए अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा कि अंतिम ओवर में विरोधी गेंदबाज (शमिंदा इरांगा) लसिथ मलिंगा की तरह अनुभवी नहीं था इसलिए मैंने सोचा कि मैं इसका फायदा उठाउंगा।
धौनी और उनकी गैरमौजूदगी में तीन मैचों में टीम की अगुआई करने वाले विराट कोहली ने संयुक्त रूप से विजेता ट्रॉफी ग्रहण की। इससे पहले प्रस्तोता विजेता ट्रॉफी देना भूल गया था। भुवनेश्वर कुमार को सीरीज़ का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी जबकि रोहित शर्मा को सीरीज का मोस्ट ट्रेस्टेड प्लेयर चुना गया।
रोहित ने कहा कि हमने जिस तरह का प्रदर्शन किया उससे मैं काफी खुश हूं। विकेट शॉट खेलने के लिए आसान नहीं था। मैं अपने शॉट देर से खेलना चाहता था और अधिक से अधिक समय तक विकेट पर टिके रहने की कोशिश कर रहा था।
भारतीय कप्तान धौनी की पारी के बारे में रोहित ने कहा कि हम देखते आए हैं कि धौनी ऐसी पारियां खेलने में सक्षम हैं इसलिए यह हैरानी की बात नहीं हैं। श्रीलंका के कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने अपने गेंदबाजों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह शानदार मैच था। 200 रन के लक्ष्य का बचाव करते हुए गेंदबाजों ने काफी जज्बा दिखाया। संगकारा और तिरिमाने ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन इसके बाद हमने लय गंवा दी। अगर हम अंत तक खेलते तो 230 से 240 रन बना सकते थे और यह रन पर्याप्त होते। मैथ्यूज ने कहा कि हेराथ ने काफी अच्छी गेंदबाजी करते हुए हमें मैच में वापसी दिलाई लेकिन धौनी हमेशा से ही खतरनाक बल्लेबाज रहा है। हमने पूरे टूर्नामेंट में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। हम खिताब नहीं जीत पाए लेकिन खिलाड़ियों ने काफी जज्बा दिखाया।

Updated : 12 July 2013 12:00 AM GMT
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