प्रधानमंत्री के विदेश दौरों पर खर्च हुए 642 करोड़

नई दिल्ली | पिछले नौ साल में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के विमान से किए गए विदेशी दौरों पर 642 करोड़ रुपये से अधिक राशि खर्च हुई है। सूचना का अधिकार कानून के तहत इस जानकारी का खुलासा प्रधानमंत्री कार्यालय ने किया है।
खुलासे के अनुसार, सिंह वर्ष 2004 में प्रधानमंत्री बने और तब से उन्होंने 67 दौरे किए, जिनके बिल नहीं मिले। शेष 62 दौरों के जो बिल मिले हैं उनसे पता चलता है कि उनकी हवाई यात्रा पर 642.45 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।
केंद्रीय सूचना आयोग ने हाल ही में दिए एक आदेश में मंत्रिमंडल सचिवालय से व्यापक जनहित के मद्देनजर मंत्रियों और अतिविशिष्ट व्यक्तियों (वीवीआईपी) की यात्रा पर हुए खर्च का ब्यौरा सार्वजनिक करने के लिए कहा। मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) सत्यानंद मिश्रा ने कहा कि हमने देखा है कि राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसी रसूखदार हस्तियों की यात्रा को लेकर लोगों की गहरी दिलचस्पी रहती है। आरटीआई आवेदनों के जरिये अक्सर इन दौरों के बारे में जानकारी मांगी जाती है। पिछले साल मिली सूचना में खुलासा किया गया था कि पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने अपने पांच साल के कार्यकाल के दौरान विदेशी दौरों पर 223 करोड़ रुपये खर्च किए। इसके बाद वीआईपी दौरों को लेकर बहस शुरू हो गई थी।
सिंह की यात्रा संबंधी सूची से पता चलता है कि वर्ष 2012 में वह जी20 शिखर सम्मेलन के लिए मैक्सिको और रियो प्लस 20 शिखर सम्मेलन के लिए ब्राजील गए थे। उनके इस सात दिवसीय दौरे पर सबसे अधिक, 26.94 करोड़ रुपये खर्च हुए। वर्ष 2010 में सिंह परमाणु सुरक्षा सम्मेलन, ब्रिक (बीआरआईसी) सम्मेलन और आईबीएसए सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी और ब्राजील गए थे। इस दौरे की हवाई यात्रा पर 22.70 करोड़ रुपये खर्च हुए थे।