जनमानस

जी का जंजाल बने लालबत्ती वाले वाहन

शहर के भीड़ भरे बाजारों खासकर के महाराज बाड़ा क्षेत्र में यदि आप शाम को खरीददारी करने अथवा घूमने फिरने जा रहे हैं तो आपको बाजार के बीचोंबीच लालबत्ती वाले वहानों से खासा परेशान होना पड़ेगा। आश्चर्य की बात है कि यातायात पुलिस जो कि आमजनों की जरा-जरा सी गलतियों पर चालान काट देती है उन्हें सड़क के बीचों बीच खड़े लालवत्ती के वाहन दिखाई नहीं देते लालवत्ती की गाडिय़ों में बड़ी शान से प्रशासनिक अधिकारियों के परिवारजन बाड़ा सराफा आदि स्थानों पर खरीददारी करने आते हैं और नियम कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए इनके वाहन बीच सड़क पर खड़े कर दिए जाते हैं। सैंयां भये कोतवाल तो डर काहे का वाली कहावत इन पर पूरी तरह सटीक बैठती है। चूंकि यह वाहन बड़े प्रशासनिक अधिकारियों के होते हैं। इस कारण इनका चालन नहीं काटा जाता जनता परेशान होती है तो होती रहे।

शिवांगी चौहान, ग्वालियर

कब नींद खुलेगी जयारोग्य प्रबंधन की

अंचल का सबसे बड़ा अस्पताल जयारोग्य चिकित्सालय प्रबंधन की महिमा आपार है यहां छोटी -छोटी बातों तक की व्यवस्था नहीं की जाती और मरीज परेशान होते देखे जा सकते हैं। चूंकि यह अंचल का सबसे बड़ा अस्पताल है इस कारण यहां शहर के बाहर से भी बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए आते हैं। इतना होने के वाबजूद अस्पताल प्रबंधन द्वारा यहां मरीजों को जानकारी के लिए कोई भी पूछताछ विभाग की व्यवस्था नहीं की गई इसका लाभ यहां घूमने वाले निजी अस्पतालों के दलाल उठाते हैं और मरीजों को बेवकूफ बनाकर अपने अस्पतालों में ले जाते हैं। आखिर कब आंख खुलेगी जयारोग्य प्रबंधन की।

भोलूराम, ग्वालियर

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