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जंगलों से वन्य जीवों का पलायन

ग्वालियर | भीषण गर्मी के इस दौर में जंगलों में स्वच्छंद विचरण करने वाले वन्य जीवों का जीवन संकट में नजर आ रहा है। कारण! जंगलों में जहां आए दिन आग सुलग रही है वहीं भोजन और पानी की समस्या भी उत्पन्न हो गई है। इससे वन्य जीवों का पलायन शुरू हो गया है। जंगलों की सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों के अनुसार आए दिन वन्य जीवों के झुण्ड मोहना से आगे स्थित सिन्ध नदी की ओर पलायन करते देखे जा रहे हैं।
यहां बता दें कि ग्वालियर के जंगलों में भालू, भेडिय़ा, लकड़बग्घा, सियार, लोमड़ी, सांभर, चीतल, कृष्ण मृग, नीलगाय, चिंकारा, जंगली सूअर, बंदर, खरगोश, मोर, तीतर, बटेर, गिद्ध, चील आदि सहित कई प्रकार के वन्य जीवों की भरमार है। वर्षा और शरद ऋतु में तो यहां के जंगलों में वन्य जीवों को भोजन और पानी भरपूर मात्रा में मिलता है, लेकिन ग्रीष्म ऋतु में इनके लिए भोजन और पानी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो जाती है। विभागीय सूत्रों के अनुसार जंगलों में इन दिनों पेड़-पौधों, घास आदि के साथ-साथ प्राकृतिक जल स्रोत भी लगभग सूख चुके हैं। रही बची कसर आग ने पूरी कर दी है।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार ग्वालियर वन मण्डल के अंतर्गत भटपुरा तालाब, पावटा तालाब, मिर्चा तालाब, दांगी तालाब, आमियामा तालाब, कांसेर तालाब, आंतरी तालाब, झाला तालाब, कनेर झील आदि के अलावा कुछ स्थानों पर प्राकृतिक झरने और नाले भी हैं, लेकिन गर्मी के दिनों में अधिकांश जल स्रोत सूख जाते हैं। जल स्रोतों के साथ ही पेड़-पौधे और घास आदि भी सूख जाती है। इन हालातों में वन्य जीव भोजन और पानी की तलाश में इधर से उधर भटकते हुए गांवों तक पहुंच जाते हैं। इससे कई बार शिकारी वन्य जीवों को बड़ी आसानी से अपना शिकार बना लेते हैं।
हालांकि विभागीय अधिकारी यह दावा कर रहे हैं कि जंगल में स्थित कुछ प्राकृतिक जल स्रोतों में पानी अभी भी मौजूद है। जहां पानी नहीं है, वहां सांसर (पक्के गड्ढे) बना दिए गए हैं, जिनमें टैंकरों से पानी भरा जा रहा है। इसके अलावा जो प्राकृतिक झरने व नाले सूख गए हैं, वहां भी गहरे गड्ढे खोदे गए हैं, जिनमें प्रकृतिक रूप से पानी मौजूद है, लेकिन विभागीय सूत्रों की बात पर भरोसा करें, तो जंगल मेें भोजन व पानी की बहुत कमी है। इधर पिछले करीब दो माह से जंगलों में आए दिन आग लगने का जो सिलसिला शुरू हुआ है, उसके बाद वन्य जीवों का पलायन और अधिक बढ़ गया है। पिछले कुछ दिनों से झुण्ड के रूप में वन्य जीव सिन्ध नदी और सोन चिरैया अभयारण्य की ओर पलायन करते हुए आए दिन देखे जा रहे हैं। 

Updated : 3 Jun 2013 12:00 AM GMT
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