उत्तराखंड में तेज बारिश व भूस्खलन से बचाव कार्य प्रभावित

नई दिल्ली। उत्तराखंड में कुदरत का कहर अभी भी जारी है। हजारों जिन्दगियां बचाने में जुटे जवानों को मौसम की बेरूखी का सामना करना पड़ रहा है। जगह-जगह हो रही बारिश और भूस्खलन से राहत व बचावकर्मियों को काफी मुश्किल हो रही हैं। अभी भी वहां करीब सात हजार लोगों के फंसे होने की खबर है लेकिन खराब मौसम के चलते आ रही दिक्कतों के बीच उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना एक बड़ी चुनौती बन गयी है।
वहीं उत्तराखंड में अभी पहले से आई आपदा सुलझी नहीं थी कि देवप्रयाग में फिर से बादल फटने की खबर है। सूत्रों के अनुसार उत्तराखंड के देवप्रयाग में आज सुबह साढ़े छ बजे फिर से बादल फट गया। बादल फटने से तीन लोग बह गए हैं और कुछ मकानों के बहने की भी खबर है। कई लोग घायल भी हो गए। रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी में भारी बारिश हो रही है जिस कारण भूस्खलन हो रहा है। इससे बचाव कार्य बुरी तरह प्रभावित हुआ है, फिलहाल राहत बचाव कार्य को रोक दिया गया है। गौरतलब है कि 16 जून से उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और गौरीकुंड में बादल फट गया था जिस कारण वहां हजारों लोग फंसे हुए हैं।
मौसम भी वहां के लोगों को कोई हमदर्दी नहीं दिखा रहा। भारतीय सेना वहां राहत बचाव कार्य में जुटी हुई है। सोमवार रात से ही उत्तराखंड में भारी बारिश हो रही है। अभी फिलहाल उत्तराखंड में हजारों लोग फंसे हुए हैं और इन्हें कब तक सुरक्षित बचाया जा सकेगा कुछ भी कहा नहीं जा सकता। वहीं कल केदारनाथ मंदिर में सफाई का काम शुरू हो चुका है। इसके साथ ही शवों की शिनाख्त के बाद उनके अंतिम संस्कारों की भी प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।