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राम जन्म भूमि न्यायालय का विषय नहीं

ग्वालियर | विश्व हिन्दू परिषद की क्षेत्रीय चिंतन बैठक रविवार को अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण संकल्प के साथ समाप्त हुई। समापन अवसर पर विहिप की केन्द्रीय मंत्री मिनाक्षी ताई पिस्वे एवं मुख्य वक्ता के रूप में क्षेत्र संगठन मंत्री अम्बरीश जी उपस्थित थे।
केन्द्रीय मंत्री मिनाक्षी ताई पिस्वे ने कार्यकार्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि संगठन को मजबूत करने में हम सभी का योगदान अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा गम्भीर मुद्दा है, जिस पर सभी को ध्यान देना होगा। मुख्य वक्ता अम्बरीश जी ने कहा की विहिप एवं भगवान श्रीराम जन्म भूमि का नाता साथ-साथ का है। हम सभी यह समझ लें प्रभु श्रीराम की जन्म भूमि न्यायालय का विषय नहीं है। यह आस्था का विषय है। उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्म भूमि प्रत्यक्ष देवता है। हरिद्वार में सम्पन्न हुई मार्गदर्शक मण्डल की बैठक में संतो ने कहा था कि अयोध्या की संस्कृति सीमा में कोई मस्जिद नहीं है। बाबर के नाम पर भी कोई मस्जिद कहीं नहीं है। संतो ने कहा था कि श्रीराम जन्म भमि न्यास के द्वारा प्रस्तावित मंदिर के प्रारूप के आधार पर बने। संतो द्वारा 84 कोस की यात्रा का आह्वान भी किया गया था। बैठक में धर्माचार्य सम्पर्क जुगराज जी, क्षेत्र संयोजिका मातृशक्ति सरोज दीदी, क्षेत्र संयोजिका दुर्गा वाहिनी माला सिंह, प्रांत मंत्री मध्य भारत राजेश तिवारी, पीताम्बर राजदेव एवं क्षेत्र धर्मचार्य सम्पर्क अनिल जी आदि उपस्थित थे। बजरंग दल के प्रांत संयोजक पप्पू वर्मा ने बैठक मे सहयोग करने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।

Updated : 24 Jun 2013 12:00 AM GMT
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