राज्यसभा में वित्त विधेयक पेश
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नई दिल्ली | वित्त विधेयक राज्यसभा में पेश किया गया, जबकि सरकार के नैतिक मूल्यों से असंतुष्टि जताते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदन से बहिर्गमन कर गई। सरकार और विपक्ष में हुए समझौते के तहत वित्त विधेयक और विभिन्न मंत्रालयों की अनुदान मांगें, रेलवे विधेयक और विनियोग विधेयक को राज्यसभा में पेश किया गया। विपक्ष ने इस दौरान सदन में शांति बनाए रखना स्वीकार किया है।
राज्यसभा में विधेयक पेश होने के बाद सदन में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि विपक्ष सरकार को सहयोग नहीं करना चाहता था, लेकिन वित्त विधेयक को पारित किए जाने की प्रक्रिया को रोकना भी नहीं चाहता था, इसलिए हमने बहिर्गमन का रास्ता चुना।
जेटली ने कहा, "वित्त विधेयक पर चर्चा किया जाना संवैधानिक आवश्यकता है, लेकिन हमें नैतिकता, शासन व्यवस्था और देश की स्थिति से निराशा है, इसलिए हम सरकार को सहयोग नहीं कर सकते।"
उन्होंने कमजोर विदेश नीति, भ्रष्टाचार और घोटालों को ढकने की कोशिश के लिए सरकार की आलोचना की और कहा कि यह सरकार के गिरने का संकेत है। उक्त धन विधेयक लोकसभा में मंगलवार को पारित हो चुके हैं।