नए सिरे से हो कोयला ब्लॉक आवंटन : शरद यादव
X
जबलपुर | राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के संयोजक शरद यादव ने कहा कि जिन कोयला ब्लॉकों का आवंटन किया गया है, उसे रद्द किया जाना चाहिए और एक माह के अंदर नियमानुसार आवंटन किया जाना चाहिए। जबलपुर प्रवास पर आए यादव ने कहा कि कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाला एक लाख 86 हजार करोड़ रुपये का है। नए सिरे से कोयला ब्लॉक आवंटन होने से घोटाले को रोका जा सकता है। जिन कोयला ब्लॉकों से कोयला निकाला जा रहा है, उनकी जांच जारी रहे।
उन्होंने कहा, "संप्रग सरकार में मंत्री पवन बंसल को मैं ईमानदार व्यक्ति समझता था, इसलिए मैंने उनके पक्ष में बयान दिया था। बाद में पार्टी के लोग व अन्य से उनके व उनके परिवार के सदस्यों के संबंध में जानकारी मिली। सवाल उठता है कि कोई भी व्यक्ति व्यापार में हजारों प्रतिशत की बढ़ोतरी कैसे कर सकता है।
यादव ने कहा, "देश की हालत बहुत चितंनीय है और भ्रष्टाचार चरम पर है। हमारे देश की अर्थव्यवस्था मुख्य रुप से कृषि व खनिज पर आधारित है। निर्यात कम होता जा रहा है तथा बैलेंस ऑफ पेमेंट की स्थिति भी खराब है। रुपये की हालत भी लगातार कमजोर होती जा रही है। देश की 27 प्रतिशत उपजाऊ भूमि खत्म हो गई है तथा सिंचित रकबा बढ़ाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं।"
उन्होंने कहा, "हमारे पास 83 प्रकार की खनिज संपदा है, इतनी मात्रा में किसी अन्य देश के पास खनिज संपदा नहीं है। खनिज संपदा को औने-पौने भाव में बेचा जा रहा है। उसका सही मूल्यांकन हम नहीं कर पा रहे हैं। पूरे देश में खनिज संपदा की लूट मची हुई है तथा अवैध खनन जारी है। इस पर केंद्र व राज्य सरकारें अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही हैं।"
शरद ने कहा, "हम अपनी आंतरिक शक्तियों को समझ नहीं रहे हैं। कृषि देश की अर्थव्यवस्था का मुख्य स्रोत है। इसके लिए सिचिंत जमीन आवश्यक है और पांचवीं पंचवर्षीय योजना के बाद जमीन सिंचित करने के लिए बहुत कम मद दिया जा रहा है।"
जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष ने कहा कि देश की नदियों की हालत भी अच्छी नहीं है तथा उनका अस्तित्व खतरे में है। देश में 51 लाख तालाब हुआ करते थे, जिनमें से अधिकांश पर कब्जा कर उन्हें सपाट कर दिया गया है।