भुल्लर को माफी देने बादल ने की राष्ट्रपति से अपील

नई दिल्ली | पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की अगुवाई में शिरोमणि अकाली दल के सांसदों ने गुरुवार को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से गुहार लगाई कि 1993 में हुए दिल्ली विस्फोट के मामले में फांसी की सजा का सामना कर रहे देविन्द्र पाल सिंह भुल्लर को क्षमादान दिया जाए।
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद बादल ने कहा कि अकाली दल के प्रतिनिधिमंडल ने मुखर्जी से भेंट करके आग्रह किया कि पंजाब और शेष भारत में बड़ी मेहनत से बनाए गए साम्प्रदायिक सौहार्द की खातिर भुल्लर को क्षमादान दिया जाए। अकाली दल का मानना है कि भुल्लर का मामला दुर्लभ से दुर्लभतम नहीं है, इसलिए उसे मौत की सजा नहीं दी जाए। बादल ने कहा कि इसके अलावा अन्य तकनीकी बिन्दु भी हैं। यह कानून है कि अगर कोई बहुत अधिक बीमार हो तो उसे फांसी नहीं दी जानी चाहिए। पिछले ढाई साल से वह बहुत ज्यादा बीमार है।
राष्ट्रपति को प्रतिनिधिमंडल की ओर से सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि भुल्लर मानसिक रूप से भी पूरी तरह स्वस्थ नहीं है। भुल्लर पिछले 17 साल से जेल में है। इसमें यह भी कहा गया कि चूंकि भुल्लर के बारे में अदालत की पीठ का निर्णय विभाजित है, इसलिए परंपरा के अनुसार उसे फांसी नहीं दी जानी चाहिए। बादल ने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य साम्प्रदायिक सौहार्द है। भुल्लर को माफी देने की अपील के संदर्भ में अकाली दल के इस प्रतिनिधिमंडल ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से भी मुलाकात की। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भुल्लर की दया याचिका को अस्वीकार कर दिया है।