बिजली-पानी के लिए केजरीवाल का अनशन शुरू

नई दिल्ली | बिजली−पानी के बिलों में हो रही बेतहाशा बढ़ोतरी को मुद्दा बनाकर अरविंद केजरीवाल बेमियादी अनशन पर बैठे हैं। केजरीवाल इस बार किसी मंच या मैदान की बजाय सुंदरनगरी इलाके के एक घर में उपवास पर बैठे हैं। इस दौरान उनकी पार्टी आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता दिल्ली के सभी नगर निगम वार्ड्स में धरना देंगे और घर-घर जाकर लोगों को इस आंदोलन से जोड़ने की कोशिश करेंगे।
सुंदरनगरी में केजरीवाल का अनशन शुरू हो चुका है। दिल्ली में बिजली की दरों में कमी की मांग कर रहे हैं केजरीवाल लेकिन इस अनशन में उन्हें अन्ना हजारे का साथ नहीं मिलेगा।
वहीं दूसरी ओर चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी को मान्यता दे दी है। दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी आम आदमी पार्टी ने आम आदमी की परेशानी को सरकार के खिलाफ हथियार बनाने का फैसला किया है, लोगों के गुस्से को धार देते हुए पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल बिजली-पानी के बढ़े हुए बिलों के खिलाफ अनिश्तिकालीन अनशन शुरू कर रहे हैं। 23 मार्च यानी भगत सिंह के शहादत दिवस पर शुरू हो रहे इस आंदोलन का पहला चरण सुंदरनगरी में उपवास से होगा। केजरीवाल की मांग है कि दिल्ली में बिजली-पानी की कीमतें कम की जाएं। उन्होंने दिल्ली की जनता से अपील की है कि या तो वो बिजली और पानी का बिल न भरे, और अगर भरें भी तो सिर्फ आधा, केजरीवाल ने शीला दीक्षित सरकार पर बिजली कंपनियों से मिलीभगत का आरोप भी लगाया। दरअसल आम आदमी पार्टी की कोशिश है कि वो खुद को दिल्ली की जनता के हक की असल पैरोकार साबित करे। आंदोलन में सरकार से कोई मांग नहीं की जाएगी बल्कि कोशिश लोगों को दिल्ली सरकार के खिलाफ और आम आदमी पार्टी के साथ खड़ा करने की है। उधर कांग्रेस और बीजेपी केजरीवाल के इस दांव से परेशान तो हैं लेकिन तवज्जो देते नहीं दिखना चाहतीं।