राष्ट्रीय शिविर से निकाले गए राम सिंह, विजेंदर से हो सकती है पूछताछ
X
चंडीगढ़ | भारतीय मुक्केबाजी को झकझोरने वाले ड्रग्स प्रकरण में पूछताछ का सामना कर रहे हैवीवेट मुक्केबाज राम सिंह को प्रतिबंधित पदार्थ के सेवन की बात स्वीकार करने के बाद राष्ट्रीय खेल संस्थान (एनआईएस) से निकाल दिया गया है। उन्हें कैंप खाली करने के लिए सोमवार तक का वक्त दिया गया है। राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के पूर्व पदक विजेता राम सिंह ने ओलिंपियन कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह के साथ ड्रग्स लेने की बाद स्वीकार की थी। विजेंदर ने इन आरोपों से इनकार किया है। इसके बावजूद पुलिस विजेंदर से पूछताछ कर सकती है। फतेहगढ़ साहिब में एक एनआरआई के फ्लैट में 130 करोड़ रुपये की हेरोइन मिलने के बाद इन दोनों का नाम इस मामले में आया था। पुलिस के छापे के दौरान विजेंदर की पत्नी के नाम पर पंजीकृत एसयूवी फ्लैट के बाहर खड़ी मिली थी। राष्ट्रीय मुक्केबाजी कोच गुरबख्श सिंह संधू ने कहा, राम को अस्थाई तौर पर एनआईएस से बाहर कर दिया गया है क्योंकि उसने ड्रग्स लेने की बात स्वीकार की है। हमें शीर्ष प्रशासन से पहले ही आदेश मिल गए हैं, सोमवार को उसे आधिकारिक रूप से निलंबित किया जाएगा। उन्होंने कहा, लेकिन किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले हमें जांच पूरी होने का इंतजार करना चाहिए। संधू ने इस दौरान विजेंदर का समर्थन किया, जिनके साथ उन्होंने राम सिंह के नए दावे के बाद बात नहीं की है। कोच ने कहा, मैं उसे पिछले 10 साल से जानता हूं और उसके कई डोप परीक्षण हुए। वह हमेशा पाक साफ निकला। मैंने जिनके साथ काम किया, उनमें वह सबसे अनुशासित लड़कों में से एक है। उन्होंने कहा, हमें जांच पूरी होने का इंतजार करना चाहिए। उसकी छवि को इस तरह धूमिल करना अनुचित होगा। इससे पूर्व राम सिंह ने दावा किया कि इस ओलिंपिक कांस्य पदक विजेता ने कुछ मौकों पर उनके साथ ड्रग्स का सेवन किया। राम सिंह ने हालांकि जोर देकर कहा कि उन्होंने गलती से प्रतिबंधित पदार्थों को फूड सप्लीमेंट समझ लिया था। उन्हें यह ड्रग्स एनआरआई अनूप सिंह कहलों ने दिए जो 130 करोड़ रुपये के हेराइन मामले का मुख्य आरोपी है और शनिवार को वह पुलिस हिरासत में आत्महत्या का प्रयास कर चुका है।