बेहटा गांव में मिला आरोपी का शव, मामला दोहरे हत्याकाण्ड का

ग्वालियर | सचिन तेंडुलकर मार्ग पर बुधवार रात हुए दोहरे हत्याकाण्ड में शुक्रवार को पांच आरोपियों में से एक आरोपी का शव मिलने से एक नया मोड़ आ गया है। आरोपी का शव शहर से दूर बेहटा गांव के एक खेत में मिला है। बुधवार रात करीब 11:35 बजे मोहनपुर गांव के रहने वाले रामप्रकाश यादव और उनके पुत्र अजीत यादव की सचिन तेंडुलकर मार्ग पर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। इसमें रामप्रकाश का बड़ा भाई रमेश भी घायल हो गया था। जबकि उसका बड़ा बेटा इन्द्रजीत और भतीजा ध्यानेंद्र सिंह बच गए थे। इन्द्रजीत ने आरोपियों की पहचान गांव के ही गजेन्द्र यादव, मनोज उर्फ मोनू यादव, कल्याण सिंह, अजय यादव के रूप में की थी। इन्द्रजीत के बताए अनुसार पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। शुक्रवार को सुबह पुलिस को सूचना मिली कि बेहटा गांव में तरुण गोयल के खेत में एक शव पड़ा हुआ है। मृतक की उम्र करीब 30 वर्ष है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जब मृतक की तलाशी ली तो उसकी जेब से एक ड्राइविंग लाइसेंस जिस पर मनोज यादव लिखा हुआ था, बिजली का बिल और कुछ रुपए मिले। शव से पांच कदम की दूरी पर एक शॉल और रूमाल पड़ा हुआ था। पुलिस को जब शक हुआ कि यह वही आरोपी है जो बाप-बेटे की हत्या में नामजद है। पुलिस ने मनोज के परिजनों को सूचना दी। इस पर मनोज का साला रुद्र सिंह यादव मौके पर पहुंचा और उसने मृतक की शिनाख्त अपने बहनोई मनोज यादव निवासी मोहनपुर के रूप में की।
आरोपी का शव मिलने से पुलिस के कान खड़े हो गए। पुलिस ने पूरे खेत की पड़ताल की। इसमें पुलिस को बोलेरो गाड़ी के टायरों के निशान मिले। वहीं मृतक की पीठ और हाथ पर रगड़ के निशान थे। उसके हाथ में कुछ चोटें भी थी, चेहरा धूल से बिगड़ा था। पड़ताल के लिए मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र जैन, एफएसएल प्रभारी डॉ. अखिलेश भार्गव, नगर पुलिस अधीक्षक महाराजपुरा डी.बी.एस. भदौरिया सहित काफी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया।
उधर इस हत्याकाण्ड में नामजद अन्य आरोपियों की तलाश पुलिस सरगर्मी से कर रही है। शुक्रवार को पुलिस ने सभी आरोपियों के घरों और संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन एक भी आरोपी हाथ नहीं आया।

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