राजपक्षे की भारत यात्रा के विरोध में देश भर में विरोध प्रदर्शन
बोधगया | श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे की भारत यात्रा के विरोध में देशभर में तमिल संघटन विरोध प्रदर्शन कर रहे है। चेन्नई में डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि करीब 3000 प्रर्शनकारियों के साथ श्रीलंकाई राष्ट्रपति की यात्रा के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। करुणानिधि ने आरोप लगाया कि श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे अपने देश से तमिलों को, उनकी संस्कृति, परम्परा को तथा तमिल भाषा को मिटाने की कोशिश कर रहे हैं। मरूमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके) ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रदर्शन किया। एमडीएमके के महासचिव वाइको के नेतृत्व में पार्टी ने संसद मार्ग पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों के हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर राजपक्षे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने सम्बंधित मांग लिखी हुई थी। प्रदर्शनकारी राजपक्षे के खिलाफ नारे लगा रहे थे। राजपक्षे बिहार पहुंचे, जहां वह बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर में प्रार्थना के लिए गए हैं। वह आंध्र प्रदेश में तिरुपति भी जाएंगे और शनिवार को कोलंबो लौट जाएंगे। उन्होंने अपनी यात्रा को 'निजी' बताया है। उनके नई दिल्ली पहुंचने का फिलहाल कोई कार्यक्रम नहीं है।
उधर, तमिलनाडु के तमिल संगठनों के कार्यकर्ता तिरुपति पहुंच गए। राजपक्षे शाम तक तिरुपति पहुंचने वाले हैं।
आंध्र प्रदेश पुलिस ने तमिलनाडु से तिरुपति पहुंचे 100 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। तमिलनाडु से सैकड़ों प्रदर्शनकारियों के यहां पहुंचने की खुफिया सूचना मिलने के बाद पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी थी।
पुलिस ने शहर में किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी है। तिरुमाला की ओर जाने वाले मार्गों पर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।
प्रदर्शनकारी श्रीलंका में तमिल बहुल क्षेत्रों को स्वायत्तता न देने के राजपक्षे के बयान से नाराज हैं। उनका आरोप है कि श्रीलंका की सरकार पूर्व में किए गए अपने वादे से पलट गई है।