93.57 प्रतिशत मतदान के साथ त्रिपुरा ने रचा चुनावी इतिहास

अगरतला | देश के पूर्वोत्तर राज्य, त्रिपुरा में गुरुवार को 60 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए 93.57 फीसदी मतदान हुआ। इस मतदान प्रतिशत के साथ इस राज्य ने एक चुनावी इतिहास रच डाला है। त्रिपुरा के मुख्य निर्वाचन आधिकारी आशुतोष जिंदल ने कहा, "23,55,446 मतदाताओं में से लगभग 93.57 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया, और यह देश में किसी भी चुनाव में अब तक सर्वाधिक मतदान है।"
उन्होंने कहा, "1952 में हुए पहले चुनाव के बाद यह देश के चुनावी इतिहास में एक रिकार्ड बन गया है।" त्रिपुरा में 2008 में हुए पिछले चुनाव के दौरान लगभग 92 फीसदी मत पड़े थे। पिछले चुनावों की तरह इस बार भी पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं ने मतदान में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया जिंदल ने कहा, "11,98,970 पुरुष मतदाताओं में से 09.89 फीसदी ने मतदान किया, जबकि 11,56,476 महिलाओं में से 93.02 फीसदी ने मतदान में हिस्सा लिया।"
आशुतोष के मुताबिक त्रिपुरा के पहले सिक्किम के नाम यह रिकार्ड था, जहां 2004 में 87 फीसदी मतदान हुआ था।
त्रिपुरा में 28 फरवरी को मतगणना होगी। मतगणना के लिए राज्यभर के 17 अलग-अलग स्थानों पर 60 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं।
जिंदल ने कहा कि 60 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में हुए मतदान में सबसे ज्यादा 95.12 प्रतिशत मतदान उत्तरी त्रिपुरा मे बोक्सानगर और सबसे कम 84.26 प्रतिशत मतदान बनमलीपुर में हुआ।
चुनाव के नतीजे 249 उम्मेदवारों का राजकीय भविष्य तय करेंगे जिसमें 15 महिला उम्मेदवार शामिल है। सीपीआई (एम) और कांग्रेस में सीधी टक्कर है।
चुनाव के दौरान किसी भी तरह की धांदली रोकने के लिये चुनाव आयोग ने सभी 3,041 मतदान केंद्रों पर विशेष बदलाव लिये गयी वोटिंग मशिन्स तैनात की थी। चुनाव की व्यवस्था में 18,000 अफ़सर तैनात किये गये थे।